मुंबई । आचार्य महाश्रमण के मुंबई के मायानगरी नंदनवन में चातुर्मासिक प्रवास में अणुव्रत विश्व भारती के अणुव्रत बालोदय किडजॉन का आचार्यश्री के मंगलपाठ से शुभारंभ हुआ । अणुव्रत विश्व भारती के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि मननकुमार के सानिध्य में अध्यक्ष अविनाश नाहर की उपस्थिति में सहयोगी राकेश कटोतीया परिवार के द्वारा शुभारंभ किया गया।
इस प्रसंग पर मुनि मननकुमार ने कहा की यह बच्चो के सर्वांगीण विकास में काफी उपयोगी साबित हो । कैसे बात करना चाहिए क्या स्वरूप होना चाहिए उस समय आचार्यश्री तुलसी का चिंतन था । हम परिवर्तन का दौर देख रहे हैं । इस परिवर्तन के दौर में व्यक्ति में और कुछ चल रहा है । जिसमें व्यक्ति अपने मूल्यों का, अपने विचारों का, अपने भावो का कैसे स्वस्थ रख सके उसके सोच पर निर्भर करता है । उसी सोच का परिणाम अणुव्रत है, उसी सोच का परिणाम प्रेक्षा ध्यान है । उन दोनो को मिला हुआ रूप प्रेक्षा ध्यान है।
किड्स जोन बच्चो के लिए बनाया गया है इसमें आकर बच्चे जरूर कुछ सीखेंगे ऐसे उदगार मुनि मननकुमार ने रखे । अध्यक्ष नाहर ने किड्स जॉन के बारे में कहा की इस बार जॉन से कुछ नया किया गया । किड जोन के सहयोगी राकेश कटोतिया परिवार का स्वागत किया गया । सहयोगी आरती कटोतिया, उपाध्यक्ष विनोद कोठारी, संयोजक सुमन चपलोत ने अपने विचार रखे ।
कार्यक्रम में अनुविभा के मंत्री भीकमचंद सुराणा, सहमंत्री मनोज सिंघवी, संगठन मंत्री राजेश चावत, महाराष्ट्र प्रभारी रमेश धोका, अनुविभा मीडिया सदस्य महावीर बडाला, अणुव्रत समिति मुंबई के अध्यक्ष रोशनलाल मेहता, मंत्री राजेश चौधरी, सहसंयोजक मीना बडाला, मुंबई समिति के उपाध्यक्ष विजय संचेती, चंद्रप्रकाश बोहरा, सहमंत्री प्रियंका सिंघवी, मनोहर कच्छारा, भूपेंद्र वागरेचा, किरण परमार, मुकेश मादरेचा, रौनक डागलिया, सुरेश बाफना, नवरत्न दुग्गड, मंजू संचेती, रमेश हिंगड़ एव पदाधिकारी उपस्थित थे ।
नंदनवन में किड्स जोन का शुभारंभ, बच्चों के लिए आध्यात्मिक उपक्रम
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