पर्वत पाटिया। दिनांक २६ जून २०२३ सोमवार को प्रातः ०९:१५ बजे सभा अध्यक्ष श्री मान गौतम चंद जी ढेलड़िया के निवास स्थान से अणुव्रत यात्रा प्रणेता युग पुरुष युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री हिमश्री जी, शासन श्री साध्वी श्री रमावती जी,साध्वी श्री मुक्तियशा जी,साध्वी श्री चारुप्रभा जी एवम् साध्वी श्री चैतन्ययशा जी का चतुर्मासिक मंगल प्रवेश तेरापंथ भवन पर्वत पाटीया पर भव्य अनुशासन रैली के साथ बड़े उत्साह एवम् हर्षोल्लास के साथ जैन संस्कारक गण द्वारा मंगल मंत्रोच्चार द्वारा हुआ। साध्वी श्री हिमश्री जी ने नमस्कार महामंत्र के मंगलाचरण से चतुर्मासिक प्रवेश कार्यक्रम की शुरुआत की।
सभा अध्यक्ष श्रीमान गौतमचंद जी ढेलड़िया ने सभी साध्वीवृंद एवम् पधारे हुए महानुभवों का स्वागत अभिनंदन किया।सम्पूर्ण श्रावक समाज के समक्ष सभी साध्वीवृंद का परिचय तेयुप निवर्तमान मंत्री विनय जी जैन ने दिया। तेरापंथ युवक परिषद के नव मनोनित अध्यक्ष श्री दिलीप जी चावत ने साध्वी श्री के स्वागत व्यक्तव्य में कहा कि कुबेर के खजाने के समान साध्वी श्री हिमश्री जी आध्यात्म रूपी खजाने लेकर पर्वत पाटीया पधारें है तथा अधिक से अधिक श्रावक समाज इसका पूर्णतः लाभ उठाएगा यह आश्वासन भी दिया।महिलामंडल अध्यक्षा श्रीमती ललिता जी पारख,आचार्य महाश्रमण प्रवास व्यवस्था समिति अध्यक्ष श्रीमान संजय जी सुराणा,सुश्री गरीमा गोडावत,सुश्री डोली कावड़िया,सूरत सभा मंत्री श्री मुकेश जी बैद,लिंबायत सभा अध्यक्ष श्री रतनलाल जी भालावत, चलथान अध्यक्ष श्रीसुरेश जी पितलिया,महिला मंडल उधना,कन्या मंडल,महा सभा सहमंत्री अनिल जी चंडालिया,एवं श्री ज्ञानजी कोठारी आप सभी ने अपने अपने भावों की अभिव्यक्ति प्रस्तुत की।पर्वत पाटिया महिला मंडल एवं कन्या मंडल ने एक सुंदर गीतिका के संगान के साथ साध्वी वृंद का स्वागत अभिनंदन किया।इस कार्यक्रम में महासभा के पदाधिकारियों,क्षेत्रीय प्रभारी एवम् अभातेयुप के सदस्यों की विशेष उपस्थिति रही।
साध्वी श्री हिमश्री जी एवं शासन श्री साध्वी रमावती जी ने अपने मंगल उद्धबोधन में फरमाया की साध्वीप्रमुखा श्री विश्रूतविभा जी ने अपने कथन में फरमाया था कि पर्वत पाटीया क्षेत्र के श्रावक गण निष्ठा वान तथा जागरूक है यहां प्रायः तपस्या की गंगा बहती रहती है यहां के श्रावक जप एवम् तप के लिए सदैव तैयार रहते है एवं विशेषतः रुचि भी रखते है तथा यहां ऐसे तपस्वी रत्न है जो बड़ी से बड़ी तपस्या का लक्ष्य भी सरलता से आसानी से प्राप्त कर लेते है अतः ऐसे तपस्वी क्षेत्र में चातुर्मास बड़ा ही मंगलकारी साबित होगा।
अतः अंत में सभा मंत्री श्री प्रदीप जी गंग ने चतुर्मासिक मंगल प्रवेश पर पधारे हुए सभी महानुभवों का आभार ज्ञापन किया। चतुर्मासिक मंगल प्रवेश कार्यक्रम का कुशल संचालन तेयुप भूतपुर्व अध्यक्ष एवम् उपासक श्री चंद्र प्रकाश जी परमार ने किया ।
पर्वत पाटिया में साध्वी श्री हिमश्री जी आदि ठाणा 5 का चतुर्मासिक मंगल प्रवेश
Leave a comment
Leave a comment