- डॉ मुनिश्री ने दी योग करने की प्रेरणा
बेल्लारी। युगप्रधान, शांतिदूत आचार्यश्री महाश्रमणजी के सुशिष्य डॉ मुनिश्री पुलकित कुमारजी , मुनि आदित्य कुमारजी ठाणा 2 के बल्लारी नगर में मंगल प्रवेश करने के पश्चात तेरापंथ युवक परिषद के तत्वाधान में मारवाडी गणेश मंदिर कोल बाजार बल्लारी में योग दिवस के उपलक्ष में दिव्य प्रेक्षायोग कार्यक्रम का आयोजन प्रातः 6:30 से 7:30 बजे तक रखा गया।
इस अवसर पर डॉ मुनिश्री पुलकित कुमारजी ने फरमाया योग के आदिकर्ता जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभ को माना गया है। भारत में जैन योग ध्यान पद्धति अति प्राचीनतम है। वर्तमान समय में बिगड़ते खानपान और प्रदूषण की स्थिति में योग की आवश्यकता महसूस हो रही है। योग से स्वस्थ और मस्त रहा जा सकता है। योग जीवन का अनिवार्य अंग बन चुका है। युवावर्ग इसके महत्व को समझ कर तनाव मुक्त जीवन जीने का अभ्यास योग के द्वारा कर सकते हैं।
नमस्कार महामंत्र उच्चारण से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। तेयुप अध्यक्ष पंकज छाजेड़, तेरापंथ सभा अध्यक्ष कमलजी छाजेड़ ने मुनिश्री के बल्लारी नगर मंगल प्रवेश पर स्वागत अभिनंदन करते हुए योग कार्यक्रम करवाने के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। नचिकेता मुनि आदित्य कुमारजी ने सभी कार्यकर्ताओं को लगभग एक घंटा योग ध्यान के प्रयोग करवाएं तथा चातुर्मास में नियमित योग क्लास में सम्मिलित होने का आव्हान किया। योग कार्यक्रम में तेरापंथ के अलावा अन्य जैन समुदाय तथा जैनेतर अनेक युवाओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।