मुंबई। तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम अधिशास्ता शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमण के सान्निध्य में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम (टीपीएफ) का स्थापना दिवस “ऊर्ध्वारोहण – टीपीएफ तब से अब तक” का आयोजन श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन (एसटीएमएफ), तेरापंथ भवन कांदिवली में गुरुवार 15 जून 2023 को किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में चातुर्मास व्यवस्था समिति के स्वागताध्यक्ष सुरेंद्र बोरड़ पटावरी मौजूद थे।
इस मौके पर टीपीएफ के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि रजनीश कुमारजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि टीपीएफ का अध्यात्म के क्षेत्र में भी ऊर्ध्वारोहण होना चाहिए। हम सबने जो बीज डाला था वो अब बड़ा होकर वटवृक्ष बन गया है।
तत्पश्चात मुख्य वक्ता सुरेंद्रजी बोरड पटावरी का टीपीएफ के पदाधिकारियों द्वारा मंच पर स्वागत किया गया। इस अवसर पर सुरेंद्रजी बोरड़ पटावरी ने बेल्जियम का उदाहरण देते हुए सीमित साधनों में बेहतर करने का तरीका बताया। उन्होंने बताया कि कैसे बेल्जियम हमारे देश से अधिक एक्सपोर्ट करता है और हमसे आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि उनके पास काम के प्रति लगन है, उनमें भेदभाव नहीं है। हमें लिमिटेड सोर्स में काम करना सीखना होगा, इसके लिए माइंड सेट करना होगा। आगे बढ़ने और काम करने को लेकर कई ऐसी चीजें बताई, जो सफलता के लिए बेहद जरूरी है।
टीपीएफ मुंबई के अध्यक्ष राज सिंघवी ने सभी का स्वागत किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पंकज ओस्तवाल ने टीपीएफ के कार्यक्रमों की संक्षिप्त जानकारी दी। तत्पश्चात चीफ ट्रस्टी श्री चंद्रेश बाफना ने टीपीएफ के अब तक के सफर के बारे में सभी को अवगत कराया। टीपीएफ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व एसटीएमएफ के मंत्री श्री मनीष कोठारी ने अपने विचार रखे। भूतपूर्व अध्यक्ष श्री सलिल लोढ़ा ने टीपीएफ के शुरुआत से लेकर विभिन्न अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कार्यकर्ताओं को टीपीएफ के गठन के उद्देश्यों पर खरा उतरने की अपील की।
स्थापना दिवस कार्यक्रम में टीपीफ मुंबई के अध्यक्ष राज सिंघवी एवं मंत्री कमल मेहता के नेतृत्व में पूरी टीम ने कार्यक्रम को सफलतम करने हेतु महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज ओस्तवाल, राष्ट्रीय महामंत्री विमल शाह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष कोठारी के अलावा मुंबई चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति के महामंत्री सुरेंद्र कोठारी, मुख्य प्रबंधक मनोहर गोखरू, डीसी सुराणा, मुंबई सभा के मंत्री दीपक डागलिया, टीपीएफ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्मल कोटेचा, टीपी डांगी, जया राखेचा, कपिल इंटोदिया, वेस्ट जोन सेक्रेट्री राहुल डांगी, एजुकेशन कमेटी चेयरमैन वंदना डांगी, भीलवाड़ा टीपीएफ अध्यक्ष करण सिंह सिंघवी, पूर्व मुख्य न्यासी एम.सी. बलदोटा, पूर्व महामंत्री सुशील चोरड़िया, सर्विस चेयरमैन के.एल. परमार, कैलाश बाफना, बलवंत चोरडिया, सुरेश राठौड़, बाबूलाल बोरडिया, दिलखुश शाह आदि गणमान्य लोग कार्यक्रम में खास तौर से उपस्थित थे।
अंत में संपूर्ण टीम आचार्य श्री महाश्रमण के समक्ष पहुंची जहां कार्यक्रम एवं तमाम गतिविधियों की जानकारी अध्यक्ष पंकज ओस्तवाल ने रखी। जिस पर गुरुदेव ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी संस्था की नींव तथा नींव के पत्थर अच्छे और मजबूत होने चाहिए। आचार्य श्री ने एक उदाहरण के जरिए इस बात को रेखांकित किया तत्पश्चात पूरे टीपीएफ परिवार को मंगल पाठ सुनाया।
कार्यक्रम का सुंदर और सधा हुआ संचालन राष्ट्रीय महामंत्री विमल शाह ने किया। कार्यक्रम के आयोजन में संयोजक मुदित भंसाली, मुंबई टीपीएफ टीम से कोषाध्यक्ष कमलेश रांका, विकास हिरण, नीरज मोटावत, कमल धरेवा, अमर बाफना, चिराग पामेचा, हर्षल जैन, बबिता जैन, अंकित डांगी सहित सम्पूर्ण मुंबई टीम ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम की सम्पूर्ण व्यवस्थाओं में एसटीएमएफ का विशेष सहयोग रहा।