मुंबई। अणुव्रत अनुशास्ता गणाधिपति गुरुदेव श्री तुलसी का 27 वाँ महाप्रयाण दिवस अणुव्रत सभागार मरीन ड्राइव में आचार्य महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी काव्यलता जी के सान्निध्य में मनाया गया।
मानवता के मसीहा आचार्य तुलसी के प्रति अपने महासुमन अर्पित करते हुए साध्वी श्री काव्यलता जी ने कहा- आचार्य तुलसी का व्यक्तित्व बहुआयामी व्यक्तित्त्व था। उनका आन्तरिक व्यक्तित्त्व जितना पवित्र, निर्मल और उज्ज्वल था उठना ही बाह्य व्यक्तित्व प्रभावक, तेजस्वी था। वे विकास के पुरोधा पुरुष थे। न केवल तेरापंथ धर्म संघ को विकास का मार्ग प्रदान किया अपितु पूरी मानव जाति के सुख शान्ति के लिए अणुव्रत, जीवन विज्ञान, प्रेक्षाध्यान जैसे अमर अवदान दिए।
आज के कार्यक्रम की मंगलाचरण सौरभ बरमैचा ने तुलसी अष्टकम् के संगान से हुआ। साध्वी सुरभिप्रभा जी ने सुमधुर गीत का संगान किया। साध्वी ज्योतियशा जी ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। दक्षिण मुंबई तेरापंथ सभा के अध्यक्ष गणपतलाल डागलिया, अणुव्रत सभागार के ट्रस्टी शान्तिलाल नान्देचा, सभा के मंत्री दिनेश धाकड़ ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये जगदीश उमरिया ने आभार व्यक्त किया। यह जानकारी तेयुप अध्यक्ष नितेश धाकड़ ने दी
समाचार प्रदाता नितेश धाकड़
अणुव्रत अनुशास्ता गणाधिपति श्री तुलसी का 27 वां महाप्रयाण दिवस अणुव्रत सभागार मरीन ड्राइव में मनाया गया
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