कोलकाता। युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के 62 वें जन्म दिवस पर अभिवंदना समारोह ” का आयोजन मुनिश्री जिनेश कुमार जी ठाणा-3 के सान्निध्य में अयोजन बैंक्वेट में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, साल्टलेक द्वारा आयोजित किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित धर्मसभा को संबोधित हुए मुनि श्री जिनेश कुमार जी ने कहा – जीवन दर्शन का प्राण तत्त्व — आचार, विचार और व्यवहार । इसकी श्रेष्ठता व्यक्तित्व को शिखर सी ऊँचाई देती है, समुद्र सी गहराई देती है और आकाश सी व्यापकता देती है। आचार्य श्री महाश्रमण जी का व्यक्तित्व शिखर सी ऊँचाई, सागर सी गहराई व व्योम सी व्यापकता लिये हुए हैं। आचार्य श्री महाश्रमण जी का जीवन बहुआयामी है। वे प्रकृति से सहज, सरल, शांत व विनम्र है। वे अनुत्तर श्रद्धा, अनुपम समर्पण अद्भुत विवेक, अंतहीन करुणा, ज्ञान के सागर अप्रतिहत तर्क शक्ति अप्रकंप पुरुषार्थ, तीक्ष्ण मेधा व अप्रमत्त चेतना के धनी है । ” उन्होंने साधारण बालक की तरह जन्म लेकर असाधारण व्यक्तित्व का निर्माण किया। उनका जन्म वि.सं. 2019 वैशाख शुक्ला नवमी सरदारशहर में हुआ। उनके पिता का नाम झुगरमल जी दुगड़ व माता नेमांदेवी दुगड़ था। आज उनके 62 वें जन्म दिवस पर उनके शतायु होने की मंगल कामना करते हैं।
मुनि श्री जिनेश कुमार जी ने आगे कहा- जन्म दिवस जोड़ने व प्रकाश फैलाने का पर्व है। इस दिन को केक काटकर व मोमबत्ती बुझाकर मनाना अप् संस्कृति है। जन्म दिन को गुरूजनों व माता-पिता ” के आशीर्वाद के साथ शुभ संकल्पों व मंत्रोच्चारों से मनाना ही सुसंस्कृति है। इस अवसर पर बाल मुनिश्री कुणाल कुमार जी ने अभिवंदना गीत प्रस्तुत किया। तेरापंथ महिला मंडल पूर्वाचल ने अभिवंदना गीत की प्रस्तुति दी ।इस अवसर पर महासभा के मुख्य न्यासी सुरेश जी गोयल ने भावपूर्ण विचार व्यक्त किये इस अवसर पर तेरापंथी सभा कोलकाता के अध्यक्ष अजय जी भंसाली, ईश्वरी प्रसाद जी टांटिया, तेरापंथ महिला मंडल, पूर्वाचल की अध्यक्षा श्रीमती श्वेता डाकलिया, साल्टलेक तेरापंथी सभा के मंत्री विनोद जी संचेती, खीवकरण जी बैद, जुगराज जी बैद, संपत जी बरमेचा आदि ने अभिवंदना में गीत, कविता, वक्तव्य के माध्यम से विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम का संचालन मुनिश्री परमानंद जी ने किया। श्री ईश्वरी प्रसाद टांटिया का सभा द्वारा सम्मान किया गया
कोलकाता में आचार्य श्री महाश्रमण जी का 62 वाँ जन्म दिवस हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया
Leave a comment
Leave a comment