मुंबई। आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या साध्वी श्री प्रज्ञा श्रीजी एवं सहवर्ती साध्वीवृंद ठाणा 4 के सानिध्य में कांदिवली के लोखंडवाला मे श्री संपत जी नाहटा व वीणा गणेश लाल जी मेहता के कंठीतप की अनुमोदना की ।
कार्यक्रम की शुरुआत महिला मंडल के मंगलाचरण से हुई।
साध्वी प्रज्ञा श्रीजी ने फ़रमाया कि “आचार्य श्री महाश्रमण जी का तपस्या के प्रति अच्छा प्रण है ,भावनाएं हैं और तपस्या के प्रति अच्छा आशीर्वाद है ,समाज को साधु संतों को व श्रावक श्राविका समाज भी तपस्या के क्षेत्र में कुछ कीर्तिमान बनायें और आगे बढ़े, जैसे सोना तप करके चमक उठता है वैसे ही हमारी आत्मा भी तप रूपी अग्नि में तप कर के चमक उठती है समस्त कर्मों के आवरण को हटा देती हैं।” मुंबई में यह 39 वा 40 वां तप अभिनंदन है। साध्वी श्री ने फरमाया कि सभा आपके द्वार यात्रा के द्वारा पारसमल दुगड़ जो कि प्रेक्षा प्रशिक्षक व उपासक भी है, और इनमें कुछ अलग करने का साहस भी है उनकी पूरी टीम बहुत ही अच्छा काम कर रही है 270 परिवारों की यात्रा कर चुके हैं। इस सभा में सबसे अच्छा काम हुआ है। इससे दूसरो को भी प्रेरणा मिली है।
साध्वी सरल प्रभा जी ने “कंठीतप रो बादलियो बरसीयो बोलो बोलो भाया -भाया अक्षय तृतीया पर कौन-कौन नाम लिखास्या।
विनय प्रभाजी व प्रतीक प्रभा जी ने “तप ज्योति से ज्योतिक बन तप की ज्योति जलाई है अभिनंदन की शुभ बेला में बजी तप शहनाई है व करते कंठीतप का सम्मान तप में भरो उडान” गीतिका प्रस्तुत की। सभा अध्यक्ष पारसमल दुगड़ ने कहा कि ” तपस्या करने वाला महान होता है जैन धर्म में तपस्या का बहुत बड़ा महत्त्व है अगर हम तपस्या नहीं कर सकते तो अनुमोदना करने से भी कर्मों की निर्जरा होती हैं मैं यही कामना करता हूं कि आप तपस्या के क्रम में आगे बढ़ते रहें”। सभाध्यक्ष ने सभा आपके द्वार यात्रा के बारे में बताया और जो परिवार अभी तक नहीं जुड़ पाए हैं उन्हें जुड़ने का आह्वान किया । नाहटा परिवार के पारिवारिक सदस्यो ने गीत “आओ आओ हां सब मिल गाओं तपस्या की जय जय कार है ,कंठी तप से कर ली बेड़ा पार है” का संगान किया।
कांदिवली तेरापंथी सभा व महिला मंडल द्वारा दोनों तपस्वीओं का सम्मान अभिनंदन पत्र देकर किया । तपस्वी वीणा मेहता ने तप के अनुभवों के बारे में जानकारी दी। महिला मंडल अध्यक्षा नीतू नाहटा ने अपने वक्तव्य में तप की अनुमोदना की । शांतिलाल कोठारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि “तप से आत्मा अपने आप को हल्केपन को महसूस करती है”। कार्यक्रम का संचालन प्रियंका नाहटा ने किया।
कांदिवली में हुआ भव्य कंठी तप अभिनंदन समारोह का आयोजन
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