- स्वयं बने स्वयं के निर्माता मुनिश्री अर्हंत कुमार जी
पालघर|आचार्य महाश्रम जी के सुशिष्य मुनिश्री अर्हंत कुमार ठाणा 3 के सान्निध्य में किशोर और कन्याओं के लिए टर्निग पॉइंट सेमिनार का आयोजन तेरापंथ भवन में रविवार 19 मार्च को दोपहर 2:15 बजे किया गया।
मुनिश्री अर्हंत कुमार जी ने किशोर और कन्याओं को उदबोधित करते हुए कहा आप जीवन के उस मोड़ पर खड़े हैं जहां से आप उत्थान के मार्ग पर भी बढ़ सकते हैं और पतन की ओर भी जा सकते हैं। विकास को जीवन का सूत्र भी बना सकते हैं और विनाश को जिंदगी का अभिशाप भी। सबसे पहले हमें अपने लक्ष्य का निर्धारण करना हमारा लक्ष्य जी सेट है तो आपका जीवन पर्फेक्ट है। अपनी कमजोर और ताकत की सही पहचान करें कमजोरी ने सुधारे कमजोरी को सुधार और शक्ति में निखार लाकर लक्ष्य की ओर गतिशील बने। उसके बाद आवश्यक है चिंतन की नवीनता। सोच जितनी विशाल होगी, सफलता उतनी कमाल होगी। निरंतर अभ्यास आपके विकास की राह को सुगम करेगा। खुद को प्रोत्साहित करते रहे। आत्म निरीक्षण का दीपक सदैव अपने भीतर जलाए रखें। नकारात्मक विचारों से दूरी बनाए रखें वरना आपके विकास की यात्रा अधूरी रह जाएगी। सकारात्मक विचारों से खुद को एक्टिवेट करते रहे आपकी लाइफ सेट हो जाएगी।
मुनिश्री भरत कुमार जी कहा संस्कार, सेवा, संगठन को मजबूत करने का इरादा कर कर सकते हैं।
मुनिश्री भरत कुमार जी ने किशोर और कन्याओं को प्रेरणादायक उद्बोधन दिया।
बाल मुनि जयदीप कुमार जी की उपस्थिति रही।