- मुंबई के सभी असंगठित श्रमिकों को संगठित कर के उनका पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) करने का काम कांग्रेस करेगीः भाई जगताप
मुंबई। 140 करोड़ की आबादी वाले हमारे भारत में 95 करोड़ मतदाता हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इनमें से 39% असंगठित श्रमिक हैं। इन में निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर, गृहिणियां, स्विगी और जोमैटो जैसी कंपनियों के कर्मचारी, दर्जी, फेरीवाले, होटल कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, मछली विक्रेता आदि श्रमिक और मजदूर असंगठित श्रमिकों की श्रेणी में आते हैं। इन श्रमिकों को संगठित श्रमिकों की तरह कोई बीमा, भविष्य निधि, पेंशन और सुविधाएं नहीं दी जाती हैं। हमारे देश में इन असंगठित मजदूरों के लिए जो भी कानून और योजनाएं चल रही हैं, वह सब कांग्रेस लाई हैं। जिसमें कांग्रेस द्वारा मुख्य रूप से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा), निर्माण श्रमिकों के लिए Building & Other Construction Workers Welfare Board, मुख्यमंत्री महिला श्रमिक सम्मान योजना, ई-श्रमिक पोर्टल सहित अन्य कई योजनाएं व कानून कांग्रेस द्वारा लाए गए। भाजपा और अन्य दलों की सरकार इनमें से कोई भी कानून या योजना नहीं लाई है। यहां तक कि असंगठित श्रमिकों के लिए निर्धारित 7,500 करोड़ रुपये का फंड का भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार द्वारा आज तक उपयोग नहीं किया गया है, यह बात असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. उदित राज ने मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. उदित राज के साथ मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप, मुंबई कांग्रेस के सह कोषाध्यक्ष अतुल बर्वे उपस्थित थे।
डॉ. उदित राज ने आगे कहा कि असंगठित कामगार और कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) पूरे देश में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। मुंबई में भी मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप के मार्गदर्शन में असंगठित कामगार और कर्मचारी कांग्रेस नई शुरुआत कर रही है। चूंकि भाई जगताप मूल रूप से खुद एक श्रमिक नेता हैं, इसलिए सभी असंगठित श्रमिकों का भाई जगताप पर अटूट विश्वास है।
इस मौके पर बोलते हुए भाई जगताप ने कहा कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा असंगठित मजदूरों को संगठित करने का काम कांग्रेस ने किया है. असंगठित श्रमिकों को उनके लिए लाए गए कानूनों, योजनाओं और उनके अधिकारों की जानकारी नहीं होती है। इसके लिए कांग्रेस सभी असंगठित मजदूरों का मुंबई में पंजीकरण कर उन्हें संगठितकरने का काम करेगी। क्योंकि जब तक असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण (Registration) नहीं हो जाता तब तक उन्हें मिलने वाली सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है। इसलिए मुंबई में अधिक से अधिक असंगठित श्रमिकों के पंजीकरण का काम कांग्रेस करेगी।