- किसानों की मदद करने में राज्य सरकार विफल, ईडी सरकार किसान विरोधी
मुंबई। राज्य में किसानों की हालत बेहद खराब है। कपास, धान, अरहर, मक्का, प्याज, सोयाबीन पैदा करने वाले किसान बर्बाद हो गए हैं। कृषि उपज का सही मूल्य नहीं मिलने से इन किसानों को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि किसानों को सड़कों पर प्याज फेंकने समय आ गया है, लेकिन राज्य सरकार पूरी तरह से उदासीन है।उन्होंने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार किसानों की मदद देने में पूरी तरह से विफल रही है, लेकिन हम सरकार से विधानमंडल के बजट सत्र में किसानों के सवालों का जवाब मांगेंगे। पटोले ने चेतावनी देते हुए कहा कि हम सरकार को किसानों की मदद करने के लिए मजबूर करेंगे।
सोमवार को बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि जहां राज्य में किसानों की स्थिति गंभीर है,वहीं शिंदे-फडणवीस सरकार राज्यपाल के अभिभाषण में दिए गए वादों से पीछे हट रही है। उन्होंने कहा कि प्याज के दाम नहीं मिलने से किसानों की हालत बेहद ख़राब है । इस वजह से सरकार के प्रति किसानों में तीव्र नाराजगी है। उन्होंने कहा कि सरकार को गारंटीशुदा कीमत पर प्याज की खरीदी करनी चाहिए। इससे पहले मक्का, चना, कपास, सोयाबीन, धान भी कम रेट पर खरीदा गया। अब किसानों का धान खत्म हो गया है तो निजी व्यापारियों ने धान के दाम दोगुने कर दिए हैं। यही स्थिति अन्य कृषि उत्पादों की भी है। कृषि के लिए आवश्यक सामग्री और बिजली महंगी हो गई है। राज्य में किसानों की आत्महत्या बढ़ी है लेकिन शिंदे फडणवीस सरकार सो रही है। राज्य में ईडी सरकार किसान विरोधी है।
पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए नाना पटोले ने कहा कि साल 2014 में जब से केंद्र में बीजेपी की सरकार आई है तब से देश तानाशाही तरीके से शासन चलाया जा रहा है। बीजेपी सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रही है ।ऐसा लगता है कि देश में इस समय अघोषित आपातकाल लगा हुआ है और विपक्षी दलों का दमन किया जा रहा है। पटोले ने यह भी कहा कि लोगों में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है, हम जल्द ही इस गुस्से को फूटते हुए देखेंगे ।