वसई। वसई विरार महानगर पालिका में टेंडर को लेकर अनियमितताएं आम बात है लेकिन जब यहां कर्ता धर्ता ही इसमें शामिल रहे तब तो भ्रष्ट्राचार व धोखाधड़ी की पराकाष्ठा हो जाती है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें वीवीसीएमसी के आयुक्त ने टेंडर निकालने के बाद अपनी ही कंपनी को टेंडर देने के लिए तमाम नियमों को ताक पर रख दिया है। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता एवं भाजपा नेता सुनील मसये द्वारा एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री सहित कई विभागों को अवगत कराया गया है।
पत्र में दी गई जानकारी के अनुसार, वर्ष 2023-24 के लिए नाला सफाई हेतु निकाली गई निविदा क्रमांक 2023_VVCMC_874899_1 से 2023_VVCMC_874899_9 में जान बूझकर ऐसी शर्तें रखी गई हैं, जो कोई अन्य ठेकेदार पूरी ही नहीं कर सकता है। इसमें सिर्फ आयुक्त की कथित कंपनियां ही भाग ले सकती हैं।
इसी प्रकार 2021 में प्रभाग समिति ई के अंतर्गत गास तलाव से सनसिटी मोड़ तक नाला सफाई हेतु निकाली गई निविदा क्रमांक 2021_VVCMC_355499_1 में भी भारी गड़बड़ी की गई थी। इसका टेंडर आयुक्त के पार्टनरशिप वाली उस कंपनी को दिया गया था जिसका जीएसटी नंबर 27GOBPS8471EIZI कैंसल हो चुका है। इतना ही नहीं इसमें दस्तावेज भी फर्जी जमा कराए गए थे। आशंका यह भी जताया गया है कि उक्त कंपनी के पास काम करने का अनुभव भी नहीं था तथा फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के जरिए काम हासिल किया गया था। प्रधानमंत्री एवं संबंधित विभागों को पत्र लिखकर इस मामले की जांच करके कार्रवाई की मांग की गई है।
वसई-विरार महानगरपालिका आयुक्त पर धोखाधड़ी का आरोप, जांच के लिए पीएम को लिखा पत्र
Leave a comment
Leave a comment