संत तुकाराम महाराज का अपमान करने वाले पाखंडी धीरेंद्र शास्त्री को तुरंत माफी मांगनी चाहिएः पटोले

  • बोले, महाराष्ट्र के संत का अपमान बर्दाश्त नहीं

मुंबई। दिव्य शक्तियों और चमत्कारों का दावा करने वाले बागेश्वर धाम के पाखंडी धीरेंद्र शास्त्री ने आपत्तिजनक बयान देकर जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज का अपमान किया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तुकाराम महाराज का अपमान पूरे वारकरी समुदाय और महाराष्ट्र का अपमान है और कांग्रेस पार्टी इस पाखंडी बाबा के बयान की कड़ी निंदा करती है।
इस संदर्भ में बोलते हुए नाना पटोले ने कहा कि जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज महाराष्ट्र की वारकरी संत परंपरा के एक महान संत हैं। सत्रहवीं शताब्दी में उन्होंने अभंग और कीर्तन के माध्यम से भक्ति और सामाजिक ज्ञान का महत्वपूर्ण कार्य किया। छत्रपति शिवाजी महाराज उन्हें गुरु का सम्मान देते थे। संत तुकाराम महाराज संपूर्ण वारकरी समुदाय और महाराष्ट्र के लिए पूजनीय हैं। लेकिन भोंदू बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने निराधार बयान देकर पूरे वारकरी संप्रदाय और महाराष्ट्र का अपमान किया है। शास्त्री ने अपने एक बयान में कहा है कि संत तुकाराम महाराज की पत्नी प्रतिदिन उनके साथ मारपीट करती थी। इसलिए उन्होंने भगवान की पूजा शुरू कर दी। पटोले के कहा कि इस तरह के आधारहीन और बेतुका बयान देने की वजह से भोंदू बाबा धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ पूरे महाराष्ट्र में तीव्र रोष व्यक्त किया जा रहा है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कुछ दिन पहले ये भोंदू बाबा नागपुर आए और ईश्वरीय दरबार के नाम पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने लगे। अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के श्याम मानव ने जब उन्हें ललकारा तो यह ढोंगी बाबा नागपुर से भाग गया। कांग्रेस पार्टी इस भोंदू और ढोंगी बाबा की कड़ी निंदा करती है। पटोले ने कहा कि संत तुकाराम महाराज का अपमान करने के लिए धीरेंद्र शास्त्री को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।

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