- वडोदरा स्कूल में मुनि श्री का विषेश कार्यक्रम आयोजित हुआ
वडोदरा। युगप्रधान शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमणजी के सुशिष्य डॉ मुनिश्री पुलकित कुमारजी के पावन सानिध्य में अणुव्रत समिति वडोदरा के तत्वावधान में श्री शरणम संस्कार प्राथमिक शाला वेमाली, वडोदरा में विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुनिश्री ने कैसे हो बच्चों के जीवन में संस्कारों का निर्माण विषय पर विद्यार्थियों को गुजराती भाषा में उद्बोधन देते हुए कहा जीवन में दो प्रकार की स्थितियां देखी जाती है सद् संस्कारी जीवन और शैतानी जीवन। मनुष्य को लक्ष्य पूर्वक जीवन जीना चाहिए।
नीर्लक्ष्य जीवन भटकाव का जीवन है अच्छे संकल्प के साथ जीने वाला व्यक्ति ही महान और भगवान बन सकता है। मुनिश्री ने नशा मुक्ति की प्रेरणा देते हुए कहा नशामुक्त जीवन उच्चकोटि का माना जाता है जबकि नशायुक्त जीवन अधम और दुर्गति दायक होता है। जिस प्रकार आग की चिंगारी छोटी नहीं मानी जाती वह भी विनाशक साबित होती है इसी तरह नशा विनाश का द्वार साबित होता है। मुनिश्री पुलकित कुमारजी ने उपस्थित विद्यार्थियों को नशा मुक्ति के संकल्प करवाएं। कार्यक्रम का मंगलाचरण दक्षा श्रीमाल और मंजू श्रीमाल ने अणुव्रत गीत के माध्यम से किया।
अणुव्रत समिति वडोदरा के अध्यक्ष संतोष सिंघि ने स्वागत भाषण किया। मंत्री राजीव मेहता तथा तेरापंथी सभा वडोदरा के मंत्री दीपक श्रीमाल ने प्रासंगिक वक्तव्य दिया। मुनि द्वय का परिचय वडोदरा ज्ञानशाला की प्रशिक्षिका मंजूजी श्रीमाल ने दिया। सूरत से समागत सुरेश सुराणा एवं सुशील गुलगुलिया ने गीत के द्वारा भावना व्यक्त की। नचिकेता मुनि आदित्य कुमारजी ने अच्छा व्यवहार कैसे हो तथा अच्छा इंसान बनने के उपस्थित विद्यार्थियों को सूत्र बताए। स्कूल की विद्यार्थिनी किंजल परमार तथा दिशा परमार ने संस्मरण सुनाए। प्रिंसिपल ज्योतिबेन पटेल तथा उमाबेन टीचर ने मुनिश्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया कि इस तरह पहली बार ही हमारी स्कूल में किसी जैन मुनि का संस्कार संवर्धक यह कार्यक्रम हुआ है। कार्यक्रम का संचालन हेमी श्रीमाल ने किया। कार्यक्रम के पश्चात शिल्पा जैन पृथ्वीराज जी जैन रितु देवी जैन खम्मा देवी जैन सोनल जैन सतीशजी लुंकड़ सुमन कोठारी तथा हस्तीमल मेहता आदि प्रायोजकों के द्वारा सभी बच्चों को कॉपी पेन आदि वितरित किए गए।