मुंबई। दक्षिण मुंबई के प्रसिद्ध बिल्डर पारस पोरवाल ने शुक्रवार की सुबह 23वीं मंजिल स्थित अपने घर से कूदकर आत्महत्या कर ली। वे 57 वर्ष के थे। जालोर के मूल निवासी पारस पोरवाल वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र पोरवाल के छोटे भाई एवं प्रसिद्ध समाजसेवी स्व. शांतिलाल मोतीचंद पोरवाल के पुत्र थे।
दक्षिण मुंबई में पारस पोरवाल एक प्रसिद्ध भवन निर्माता थे, उन्होंने कई ऊंची अट्टालिकाओं का निर्माण किया। लेकिन 20 अक्टूबर 22 की सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर मुंबई में चिंचपोकली रेलवे स्टेशन के पास स्थित शांतिकमल कॉपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी स्थित अपने घर में बने जिम की बालकनी से कूदकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। पारस पोरवाल पिछले 40 साल से मुम्बई रहते थे। विभिन्न व्यवसायों में हाथ आजमाने के बाद बीते 30 साल से वे भवन निर्माण के पेशे में थे और एक सफल व्यवसायी के रूप में जाने जाते थे।
पोरवाल की आत्महत्या की पुलिस जांच जारी है, जिसमें उनके घर में बने जिम से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है और उनकी मौत के लिए कोई अन्य व्यक्ति जिम्मेदार नहीं है तथा किसी की जांच नहीं होनी चाहिए। मुंबई के कालाचौकी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक आनंद डी मुले ने यह जानकारी दी।
मुंबई के व्यावसायिक जगत में एक जिंदादिल इंसान के रूप में विख्यात पारस पोरवाल बेहद मेहनती और सक्रिय व्यक्ति थे। दिग्गज नेता छगन भुजबल के सामने दो दशक पहले उन्होंने माझगांव से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव भी लड़ा था। समाज के ज़रूरतमंद लोगों की सहायता करने वाले हंसमुख व्यक्तित्व के धनी पारस पोरवाल का अचानक आत्महत्या का समाचार मुंबई के राजस्थानी समाज तथा बिल्डर लॉबी के लिए बड़ा झटका है। सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ सालों से पोरवाल कुछ व्यावसायिक मुश्किलों से घिरे हुए थे और ये मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही थी, मगर बड़ी हिम्मत और ताकत से वे हर मुश्किल का सामना करते हुए सफल हो रहे थे। हाल ही में उन्होंने दो बहुत बड़ी डील साइन की थी, जिसकी काफी बड़ी धनराशि भी उन्हें मिलने की खबर है। ऐसे में पोरवाल का अचानक मौत को गले लगाना काफी चौंकानेवाली खबर है।