वाशिंगटन:अमेरिका ने आतंकवादी गुटों पर कार्रवाई नहीं करने पर पाकिस्तान पर सख्त रुख अपनाया है। इसके तहत अमेरिका ने इस साल पाकिस्तान को दी जाने वाली 20 हजार करोड़ रुपये की सहायता राशि नहीं दी है। अमेरिका ने आतंकी समूहों पर लगाम लगाने में विफल रहने पर पाकिस्तान के खिलाफ ये कार्रवाई की है। यह आंकड़ा पूर्व में ट्रंप सरकार द्वारा उल्लेखित नौ हजार करोड़ रुपये से बहुत अधिक है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, विभिन्न माध्यमों से किए गए भुगतान के हालिया संकलन से 20 हजार करोड़ रुपये का आंकड़ा प्राप्त हुआ है। हालांकि, अब तक 20 हजार करोड़ रुपये की निलंबित राशि को सार्वजनिक नहीं किया गया है। लेकिन यह इस महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कहे गए 1.3 अरब डॉलर और पिछले सप्ताह पेंटागन द्वारा बताये गए 1.66 अरब डॉलर से बहुत अधिक है।
ट्रंप ने कहा था, पाक ने कुछ नहीं किया
ऐसा समझा जा रहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच हाल में ट्विटर पर हुई जंग के बाद अमेरिकी सरकार की विभिन्न शाखाओं से प्राप्त आंकड़ों का संकलन किया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस महीने कहा था कि दक्षिण एशियाई देशों के लिए अमेरिका की ओर से अरबों डॉलर खर्च किये जाने के बावजूद पाकिस्तान ने उनके देश के लिए कुछ भी नहीं किया। खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें ऐतिहासिक तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए।
आतंक पर दोहरा रवैया
पिछले कई सालों से वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी पाकिस्तान पर आतंकियों को लेकर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान अपने यहां स्थित आतंकवादी गुटों हक्कानी नेटवर्क, तालिबान और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी समूहों पर भी संतोषजनक कार्रवाई नहीं कर रहा है। ओबामा प्रशासन के दूसरे कार्यकाल के दौरान अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सुरक्षा सहायता के लिए कड़े मानक लागू करने को कहा था। ट्रंप पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिन्होंने पाकिस्तान की दी जाने वाली सुरक्षा सहायता रोक दी है।
आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह
ट्रंप ने इस साल 1 जनवरी को कहा था कि अमेरिका ने मूर्खतापूर्वक पिछले 15 वर्षों में पाकिस्तान को 2.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक की सहायता दी लेकिन पाक ने झूठ और छल के अलावा हमे कुछ नहीं दिया। पाक आतंकियों को अपने देश में सुरक्षित पनाह देता है और हम अफगानिस्तान से उन्हें खदेड़ते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद से पाक को कोई सुरक्षा सहायता नहीं दी गई है। इनमें गठबंधन सहायता निधि भी शामिल है।
लादेन की जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया था
इस माह के शुरुआत में ट्रंप ने पाकिस्तान पर आतंकी संगठन अलकायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन की जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि अमेरिका अब पाक को कोई सहायता नहीं देगी। ट्रम्प ने पिछले कहा था कि वह पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध बनाना चाहता है लेकिन सुरक्षा सहायता तब तक नहीं दी जाएगी जब तक पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ बेहतर तरीके से कार्रवाई नहीं करता है।
आतंकी समूहों पर लगाम लगाने में पाक नाकाम, अमेरिका ने रोके 20 हजार करोड़
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