- संस्कारों की विरासत का हो संरक्षण हो
माधावरम्, चेन्नई। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ माधावरम् ट्रस्ट के तत्वावधान पॉजिटिव पावरफुल टिप्स एंड सीक्रेट्स फार एफेक्टिव पेरेंटिंग विषयक कार्यशाला का आयोजन जैन तेरापंथ नगर, जय समवसरण में मुनि श्री सुधाकरजी के सान्निध्य में रखा गया। धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि सुधाकरकुमारजी ने कहा कि अभिभावकों का चरित्र मार्गदर्शक और प्रेरणादायक होना चाहिये। आज की नई पीढ़ी हर बात को समझकर ग्रहण करती है। बच्चे बड़ों के आचार-व्यवहार का अनुसरण करते हैं। उन पर शब्दों से अधिक चरित्र का प्रभाव होता है। आज अर्थ-प्रधान युग है। हर व्यक्ति आर्थिक दौड़ में आगे बढ़ना चाहता है। इसके लिए वह पारिवारिक, सामाजिक व धार्मिक कर्तव्य को भूल रहा है। यह एकांगी चिन्तन उचित नहीं है। जो अभिभावक धन सम्पति का भंडार विरासत में छोडकर जाते पर उन्हें अच्छे संस्कार प्रदान नहीं करते हैं तथा उन्हें योग्य नहीं बनाते हैं, उनके बच्चे उनके प्रति विद्रोही बन जाते है। उनके प्रति उनके मन में आदर का भाव नहीं रहता। जो अभिभावक चरित्रवान होते है, आगे जाकर उनका स्मरण बहुत आदर से किया जाता है।
संस्कारों की विरासत, धन की विरासत से अधिक मूल्यवान
मुनि श्री आगे कहा कि संस्कारों की विरासत, धन की विरासत से अधिक मूल्यवान है। उसका संरक्षण और संवर्धन करना हर व्यक्ति का परम कर्तव्य है। परिवार और समाज का भविष्य संस्कारों की सम्पति से ही सुरक्षित रहता है। अभिभावकों के लिए बच्चों का प्यार देना जरूरी है। लड़कों की तरह लड़कियों को भी शिक्षा और विकास के अवसर अपेक्षित है। पर प्यार और प्रोत्साहन के साथ संस्कारों का सिंचन भी होना चाहिये, अन्यथा प्यार भी जहर बन जाता है। आज बच्चों के समक्ष कठोर और दवाब की भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिये। नई पीढ़ी बहुत बुद्धिमान और चिन्तनशील है। बड़ों का मार्गदर्शन, तर्कसंगत और उपयोगी होना चाहिये।
मुनि श्री नरेशकुमारजी ने सुमधुर गीतिका का संगान कियाl मंगलाचरण आओ सामायिक करो मंडल की बहनो ने किया। स्वागत भाषण श्री सुरेश रांका ने दिया। तत्पश्चात एक लघु नाटिका के माध्यम से बच्चो को कैसे संस्कार दे इसके बारे मे बताया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अंजू फूलफगर एवं कविता मेडतवाल ने किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रावकगण उपस्थित थेl इस कार्यशाला को सफल बनाने मे संयोजक श्रीमती चन्द्रा धोका, अंजु फूलफगर, नरेंद्र फूलफगर एवं विकास धोका का सराहनीय श्रम रहा।
- समाचार सम्प्रेषक : स्वरूप चन्द दाँती
मीडिया प्रभारी : श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ माधावरम् ट्रस्ट, चेन्नई