- आत्म विजय का सक्षम उपाय है – क्षुधा विजय – साध्वी निर्वाणश्री जी
मुंबई। आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री निर्वाणश्री जी ठाणा -६ के पावन सान्निध्य में सुश्री कनिष्का बरडिया के मास खमण तप का अनुमोदन किया गया। अपने मंगल उद्बोधन में साध्वी श्री निर्वाणश्री जी ने कहा- “बरडिया परिवार भी साधुवाद का पात्र है जिन्होंने उनकी लाडली कनिष्का को विशेष अनुष्ठान के लिए प्रेरित किया है। क्षुधाविजय आत्म विजय का सक्षम उपाय है।सुश्री कनिष्का ने प्रबल आत्मशक्ति का जागरण किया है।”
प्रबुद्ध साध्वी श्री डॉ.. योगक्षेम प्रभा जी ने अपने संयोजकिय वक्तव्य में कहा -“कनिष्का ने 19 वर्ष की लघु वय में विशेष मानसिक शक्ति का परिचय दिया है।अष्ट प्रहरी पौषध के साथ ही यह तपोयज्ञ को नया आयाम दे रही है। ”
साध्वी मुदित प्रभा जी ने वंदनीया साध्वी प्रमुखा श्री के मंगल संदेश का वाचन किया।साध्वी लावण्य प्रभा जी, साध्वी कुंदन यशा जी,साध्वी मुदित प्रभा जी तथा साध्वी मधुर प्रभा जी ने मधुर गीत का संगान कर तपस्या की अनुमोदना की।
अभिव्यक्ति के क्रम में तेरापंथ सभा मुंबई से नवरत्न जी गन्ना, पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र जी तातेड़, stmf के अध्यक्ष विनोद जी बोहरा,तेरापंथी सभा कांदिवली के अध्यक्ष पारस जी दूगड़ मलाड से अध्यक्ष इंदर जी कच्छारा,तेरापंथ महिला मंडल मुंबई से कन्या मंडल सह प्रभारी नूतन लोढा,मरुधर मित्र मंडल के धनपत जी सेठिया, तेरापंथ युवक परिषद कांदिवली अध्यक्ष नवनीत कच्छारा, परिवार से उषा देवी बरडिया,श्वेता बरडिया, पूजा जैन आदि ने तपस्वी कनिष्का का अभिनंदन किया। कांदिवली महिला मंडल की बहनों ने गीत के द्वारा कनिष्का का तप अनुमोदन किया।
तप आराधिका श्रीमती विनीता बाफना ने साध्वी प्रमुखा श्री जी का संदेश सुश्री कनिष्का बरडिया को उपह्रित किया। मंच संचालन साध्वी डॉ योगक्षेम प्रभा जी ने कुशलता से किया। अनुमोदना के क्रम में सुश्री कनिष्का को stmf, तेरापंथी सभा कांदिवली मलाड,तेरापंथ युवक परिषद कांदिवली-मलाड, तेरापंथ महिला मंडल-कांदिवली मलाड द्वारा आचार्य तुलसी स्मृति ग्रंथ एवं momento प्रदान कर तप अभिनन्दन किया गया।