उधना। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद उधना द्वारा बारहव्रत कार्यशाला का आयोजन दिनांक 17 अगस्त से 21 अगस्त तक साध्वी श्री लब्धि श्री जी के सानिध्य में आयोजित की गई।
साध्वी श्री लब्धि श्री जी ने बताया कि व्रत श्रमण संस्कृति का प्राण तत्व है जीवन में व्रत का बहुत बड़ा महत्व है व्यक्ति के भीतर जब त्याग की संयम की चेतना जागृत होती है तब वह व्रत स्वीकार करता है व्रत ग्रहण करने वाला ही सही अर्थ में श्रावक कहलाने का अधिकारी है अतः व्रत अवश्य ग्रहण करने चाहिए साध्वी श्री जी ने आचार्य तुलसी द्वारा रचित गीत श्रावको व्रत स्वीकारो गीत का भी संगान किया। साध्वी श्री आराधना श्री जी ने भी व्रतो को समझा कर त्याग करने की प्रेरणा दी।
तेयुप अध्यक्ष श्री सुनील चंडालिया ने साध्वी श्री जी के प्रति अनन्त अनन्त कृतज्ञता ज्ञापित की बारहव्रत कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी संभागीयो के प्रति आध्यात्मिक मंगलकामनाएं प्रेषित की एवं बारह व्रत कार्यशाला के संयोजक जसवन्त जी डांगी व मनीष जी बाफना के प्रति आभार व्यक्त किया।
बारहव्रत कार्यशाला के संयोजक जसवन्त डांगी ने सभी संभागीयो के प्रति एवं संपूर्ण श्रावक समाज को बारहव्रत कार्यशाला को सफलतम बनाने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।
उधना में बारहव्रत कार्यशाला का आयोजन
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