राजकुमार गौतम/बस्ती यू पी
उ०प्र० बस्ती:- जालौर राजस्थान के सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में ,प्यास बुझाने के लिए अंजाने में हेडमास्टर के लिए रखे मटके से पानी पीने की सजा में नौ वर्षीय दलित बच्चे इंद्र मेघवाल की 13 अगस्त को हुई मौत से देश भर के अधिकांश दलित समाज में घोर असंतोष व्याप्त है । कैंडल मार्च निकालकर बच्चे को न्याय दिलाने के लिए , जातिवादी मानसिकता वाले अध्यापक छैल सिंह को फांसी देने की मांग की जाने लगी है ,जिसके मारने के कारण मृत बच्चे के कान व आंख के पास गंभीर चोट पहुंचाई गई थी । परिजनों के द्वारा तीन सप्ताह से अधिक दिनों तक लगातार विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवाये जानें के बाद भी अंतोगत्वा मासूम की मौत हो गई !
सोशल मीडिया के जरिए यह खबर दलित समाज के लिए बहुत आंदोलित करने वाला कांड साबित हो रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में इस समाज के युवाओं के भीतर आक्रोश व्याप्त हैं जो विभिन्न प्रकार के आंदोलनों के लिए बाध्य होता जा रहा है !
इस प्रकरण में आरोपी हेडमास्टर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई (फांसी) की बात देश के कईयों स्थानों से लोगों ने प्रोटेस्ट के माध्यम से की है!
इसी क्रम में आज देर शाम उ.प्र. के बस्ती जनपद के बड़ोखर
ग्राम पंचायत में दर्जनों दलित समाज के दुखी व आक्रोशित युवाओं ने कैंडल मार्च निकाला और अशोक गहलौत सरकार व
जातिवादिता को इसका जिम्मेवार ठहराते हुए त्वरित न्याय दिलाये जाने के नारे लगाये।