भायंदर। युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी श्री विद्यावती जी ‘द्वितीय’ के सानिध्य में उत्थान का कार्यक्रम तुलसी समवशरण तेरापंथ भवन मे आयोजित किया गया। नवकार महामंत्र द्वारा कार्यक्रम की शुरुवात हुई ।मंगलाचरण राजीव गिया द्वारा किया गया । सभा अध्यक्ष भगवती भंडारी ने सभी का स्वागत किया । भायंदर कन्यामण्डल व ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियो ने नाटिका के रूप में तेरापंथ की प्रारंभिक जानकारी दी । अतिथि के रूप में आशा गुंदेचा(वसई) ने उत्थान के बारे में समजाया। उत्थान कार्यक्रम की वीडियो क्लिप प्रोजेक्टर के द्वारा बताई गई। साथ ही तेयुप भायंदर द्वारा सम्यक दर्शन के बैनर का अनावरण साध्वी श्री के सानिध्य में किया गया।
साध्वी श्री प्रेरणाश्रीजी ने ध्यान का प्रयोग करवाया साध्वी श्री मृदुयशाजी ने गोचरी चर्या के विषय पर जानकारी दी साध्वी श्री ऋद्धियशाजी ने सम्यक् दर्शन पर विश्लेषण किया। साध्वी श्री प्रियंवदाजी ने विहार सेवा के बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
साध्वी श्री विद्यावतीजी ने कहा- उत्थान और उत्कर्ष एक सुंदर मिशन है। तेरापंथ की रीति नीति को समझकर चलना ही उत्थान है प्रारंभिक ज्ञान प्राप्त करनेवाला धीरे धीरे आत्मिक ज्ञान तक पहुंच जाता है। उत्थान का मतलब है स्वयं का विकास करना। परिवार को संस्कारों से संस्कारित करना।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सभा, महिला मंडल एवं तेयुप अध्यक्ष राकेश वागरेचा,मंत्री धीरज वागरेचा,कोषाध्यक्ष ललित भंडारी, उपाध्यक्ष नीरज आच्छा, उपाध्यक्ष सुनील डांगी, पंकज जैन, पंकज भंडारी, तपेश बापना, राजेश जोहरी, पारस भंडारी,मनोज कच्छारा, भावेश सोलंकी, अशोक सोलंकी व किशोर मंडल से मानव बरलोटा एवं उनकी टीम की उपस्तिथि रही। कुशल संचालन परेश भंडारी के द्वारा किया गया।
समाचार: पारस कच्छारा