ठाणे। ठाणे में आचार्य तुलसी का 25वें पुण्यस्मरण दिवस विसर्जन दिवस के रूप में मनाया गया। अखिलभारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में, तेरापंथ महिला मंडल मुम्बई एवं तेरापंथ महिला मंडल ठाणे सिटी का संयुक्त आयोजन-आज 17 जून को तेरापंथ भवन ठाणे में शासनश्री साध्वीश्री जिनरेखाजी एवं साध्वीवृन्द के सानिध्य में जोश और उमंग के साथ समायोजित हुआ।
ठीक 9 बजे साध्वी श्रीजी के मुखारविन्द से नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के साथ ही कार्यक्रम का आगाज हुआ। तुलसी अष्टकम का संगान महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण के रूप में किया गया। आज के कार्यक्रम में पधारे सम्पूर्ण समाज का स्वागत अभिनंदन ठाणे सेंट्रल संयोजिका श्रीमती प्रिया मूथा ने किया। साध्वीश्रीजी ने एकाग्रता एवं लयबद्धता से ॐ जय ॐ जय ॐ गुरुदेव का मंत्रजप करवाया शासनश्री साध्वीश्री जिनरेखा जी ने अपने शांत और सौम्य लहजे में फ़रमाया की आकांक्षा विहीन जिसका जीवन हो वह प्रज्ञावान होता है। आचार्य तुलसी ने भ्रष्टाचार के विरोध में सशक्त आवाज उठाई देश,समाज, सामाजिक और धार्मिक संस्थानों में चारित्रिक मूल्यों का उत्थान करने के लिए अणुव्रत आंदोलन का अनुपात किया। अनेक अवदानों के प्रदाता के कर्तुत्व बखान में शब्द कम पड़ते है वे शब्दातीत है।
आचार्य तुलसी लौहपुरुष थे जितने अनुसरण करनेवाले मिलते उतने ही विरोधक भी उसके उपरांत भी जो चट्टान की तरह अडोल और अभेद्य हो वे थे आचार्य तुलसी।महान मोटिवेटर साधु-साध्वी या श्रावक-श्राविका समाज सभी मे निहित क्षमताको परखकर उनमे आत्मविश्वास जगाकर अनेको कार्य करवाए। जनजागृति कर उनके अवदानों को आत्मसात करवाये वही गुरुदेव के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।साध्वीवृन्द ने गीतिका का संगान किया’मानवता के उपकारी तुलसी संत महान साध्वीश्री श्वेतप्रभाजी ने बताया आचार्य श्री तुलसी ने हर 11 वे वर्ष में नवनवीन प्रगति के क्षीतीज उद्घाटित किए।
साध्वीश्रीजी के स्वर के साथ पूरी परिषद ने अपना स्वर मिलाकर आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी द्वारा रचित कैसी वह कोमल काया रे का मधुर संगान किया। साध्वीश्री धवलप्रभाजी जो साध्वीयो मे अंतिम साध्वी थे जिन्होंने आचार्य तुलसी के कर कमलों से दीक्षा ग्रहण की -अपनी श्रद्धासिक्त भावांजलि प्रेषित की।साध्वी मधुरयशाजी ने संस्मरण उदघाटित किये।
साध्वीश्री मार्दवयशाजी ने पूरे ढाई घंटे के कार्यक्रम का समयबध्द और कुशल संचालन किया।
आज के आयोजन में श्रद्धासिक्त श्रावक समाज भी अपनी भावना अभिव्यक्त करने के लिए आतुर थे। कोपरी संयोजिका श्रीमती रंजना बाफना ने स्वरचित गीतिका से भाव व्यक्त किये।ठाणे सिटी युवक परिषद के अध्यक्ष श्री अविनाश गोगड़ ने भावसुमन अर्पित किए।प्रवीण जी डांगी उपासक अशोकजी इटोदिया ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
उभरता गायक किशोर पार्थ दुग्गड़ ने चन्देरी के लाल तुझको नमन हमारा है प्रस्तुति दी। ठाणे सिटी महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमति अनिता धारीवाल ने अपनी अभिवंदना प्रेषित की साथ ही आचार्य तुलसी ने समाज को दिए अनेक अवदानों पर प्रकाश डालती एक झांकी नुमा प्रस्तुति ठाणे महिला मंडल द्वारा प्रस्तुत की गई।
तेरापंथी सभा ठाणे के उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मीलाल जी सिंघवी ने भावसुमन अर्पित किये। रेखाजी बाफनाने सुमधूर गीतिका का संगान किया।कवयित्री एवं लेखिका श्रीमती सरला भूतोड़िया ने स्वरचित मधुर गीतिका प्रस्तुत की।कार्यक्रम में तेरापंथी सभा ,युवक परिषद, कन्या मंडल,महिला मंडल के सभी पदाधिकारी और सम्पूर्ण ठाणे समाज की सहभागिता रही ।
आभारज्ञापन ठाणे सिटी महिला मंडल की मंत्री श्रीमती जयंती भंसाली ने किया। मंगलपाठ के साथ ही कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की आयोजन में महिला मंडल से सभी बहनो का सामूहिक प्रयास रहा।
ठाणे में विसर्जन दिवस के रूप में मना आचार्य तुलसी का 25वां पुण्यस्मरण दिवस
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