मुंबई। कांदिवली में युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री निर्वाणश्री जी ठाणा 6 के पावन सान्निध्य में गणाधिपति गुरुदेव श्री तुलसी की 26 वीं पुण्यतिथि श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाई गयी।
श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन तेरापंथी सभा कांदिवली मलाड ते.यु.प कांदिवली मलाड, कांदिवली मुंबई महिला मंडल आदि के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साध्वी श्री निर्वाण श्री जी ने कहा गुरुदेव श्री तुलसी का व्यक्तित्व बहुआयामी था वे एक विलक्षण विशेषताओं के समवाय पुरुष थे। उनके अवदानों की श्रृंखला इतिहास दुर्लभ थी। हर क्षण नवीनता लिए हुए वे अंत क्षण तक समाज व संघ को बहुत कुछ देते रहे। प्रबुद्ध साध्वी श्री डा. योग क्षेम प्रभाजी ने अपने संयोजकीय वक्तव्य में कहा- गुरुदेव तुलसी के हृदय में पवित्रता भावों में उदारता व चिंतन में व्यापकता थी। उनके उपक्रम मानव मात्र के लिए वरदान थे साध्वी लावण्य प्रभाजी, साध्वी कुंदनयशाजी साध्वी साध्वी मुदितप्रभाजी वह मधुरप्रभाजी ने तुलसी जैसे संत धरा पर अमृत गीत की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। श्री तुलसी महाप्रज्ञा फाउंडेशन के कर्मठ अध्यक्ष विनोदजी बोहरा ने विचारों की सटीक प्रस्तुति दी। तेरापंथ महिला मंडल मुंबई की कर्मठ अध्यक्ष रचना हिरण काव्यांजलि देते हुए महान व्यक्तित्व को नमन किया ।कार्यक्रम का शुभारंभ तुलसी अष्टकम् के माध्यम से कन्या मंडल की प्रशिक्षकाओं ने महाप्राण गुरुदेव गीत की प्रस्तुति दी। तेरापंथी सभा कांदिवली के उत्साही नवनियुक्त अध्यक्ष पारसजी दुगड स्वागत नवनियुक्त मंत्री अशोक जी धन्यवाद ज्ञापन किया ।संगायक रविमालू ने अपने सुपुत्र दिव्य मालू के साथ गीत का संगान किया। संयोजिका नीतू नाहटा अरुणा चोरड़िया आदि ने विचार व्यक्त किए । कांदिवली ते. म. मं यूवती बहनों ने आचार्य श्री तुलसी के अवदानों का शब्द चित्र प्रस्तुत किया कार्यक्रम प्रातः 9:15 से 10:40 तक तक के अत्यन्त व्वस्थित रूप से चला।
गुरुदेव श्री तुलसी की 26 वीं पुण्यतिथि पर कांदिवली में विशेष कार्यक्रम
Leave a comment
Leave a comment