जयपुर:राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने अपने जन्मदिवस अपने सियासी विरोधियों पर जमकर निशाना साधा है। बूंदी जिले के केशवरायपाटन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम ने कहा- मैं राजमाता विजयराजे सिंधिया की बेटी हूं। राजमाता पर जुल्म, पर विचारधारा नहीं छोड़ी। महिला होते हुए भी न हार मानी, न झूकी, मैं उन्ही की बेटी हूं। वसुंधरा राजे ने कहा कि राजमाता को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन पर कई संकट आए। कांग्रेस ने उन पर जुल्म पर जुल्म किए। लेकिन उन्होंने अपने सिद्धांत और विचारधारा नहीं छोड़ी। उन्होंने विकट परिस्थितियों में महिला होते हुए भी न तो हार मानी और न तो हार मानी और न ही झुकना मंजूर किया किया। मैं उन्ही राजमाता विजयाराजे सिंधिया की बेटी हूं। उन्हें के पद चिन्हों पर चलने का प्रयास कर रही हूं।
वसुंधरा राजे ने कहा कि मैंने राजनीतिक सफर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। कई मुश्किलें, कई स्पीड ब्रेकर, पर चट्टान की तरह डटी रही। राजनीति दो दिन की नहीं होती। पूरा जीवन खफाना पड़ता है। लोगों का दिल जीतना पड़ता है। राजे ने कहा कि 1979 में मुझे पार्टी की युवा शाखा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया। तब मुझे पता नहीं था कि राजनीति में इतना तपना पड़ता है। यराजनीति में सिर्फ़ दिमाग़ से ही नहीं दिल से काम करना पड़ता है।तब ही जाकर मज़बूत और प्रेम के रिश्ते बनते हैं।पूर्व सीएम राजे ने कहा कि इन 43 वर्षों के राजनीतिक सफ़र में कई उतार- चढ़ाव आये। कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा,कई मुश्किलें आई,कई स्पीड ब्रेकर आये,लेकिन आपके सहयोग और आशीर्वाद ने विकट समय में भी मुझे चट्टान की तरह डटे रहने की शक्ति दी। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने इस मौके पर कहा-यहां मैं दो पंक्तियां आप सब को समर्पित करना चाहूंगी-मुसाफ़िर थे मंज़िल की ओर बढ़ते रहे, हमें रोज़ चलना था चलते रहे,आपका फूल सा हाथ मेरे माथे पे था, मेरे पाँव काँटो पे चलते रहे।
वसुंधरा राजे ने कहा कि इसलिए मैं बार-बार आप सबको 36 की 36 कोमों को कलेजे से लगा कर चलने में विश्वास करती हूं। यही आपके चहुंमुखी विकास का रास्ता है।इस पर विश्वास हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी करते है।इसीलिए उन्होंने सब का साथ,सबका विकास और सबका विश्वास का नारा दिया। इसीलिए मैं हमेशा 36 की 36 कोमों को कलेजे से लगा कर,उन्हें साथ लेकर चलने में विश्वास की बात कही। राजमाता ने धर्म नीति आधारित राजनीति को आधार माना मुखर्जी,मधोक,उपाध्याय,वाजपेई,आडवाणी के साथ जनसंघ के दीपक में घी डाला। राजमाता साहब ने धर्म नीति आधारित राजनीति को आधार मान कर डॉ. श्यामा प्रसाद जी मुखर्जी,प्रोफ़ेसर बलराज जी मधोक,पं.दीन दयाल जी उपाध्याय, अटल बिहारी जी वाजपेयी,लाल कृष्ण आडवाणी के साथ मिलकर जन संघ के दीपक को जलाया।