जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोदी सरकार के कर्ज को आधार बनाकर प्रदेश भाजपा नेताओं पर निशाना साधा है। सीएम गहलोत ने कहा कि कई विपक्षी लोग बार-बार राज्य सरकार पर कर्ज की बात करते हैं। संभवतया: ऐसे लोगों को अर्थव्यवस्था की समझ नहीं है। कोई भी राज्य सरकार केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के बाहर जाकर कर्ज नहीं ले सकती। राज्य का कर्ज संविधान के अनुच्छेद 293 व FRBM की सीमा के तहत लिया जा सकता है। इससे स्पष्ट है कि कर्ज लेना भी अर्थव्यवस्था के लिए बनाए गए कानूनों का संगत है।
दरअसल, विधानसभा में बजट रिप्लाई के दिन 3 मार्च को नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने गहलोत सरकार पर वित्तीय कुप्रंधन के आरोप लगाए थे। कटारिया ने कहा कि गहलोत सरकार की वजह से राजस्थान कर्ज के दल दल में फंस गया है। सीएम ने आज ट्वीट कर भाजपा के आरोपों का जवाब दिया है।
सीएम गहलोत ने कहा कि 2013 में हमारी सरकार के दौरान प्रदेश का GSDP का 23.98 यानी 1,29,910 करोड़ कर्ज था। 2018 में भाजपा सरकार के दौरान GSDP के 35 प्रतिशत से भी अधिक यानी 3,11,371 करोड़ रुपये हो गया। भाजपा सरकार ने अपने पांच सालों में दो गुने से अधिक कर्ज लिया। भारत सरकार पर मार्च 2014 में लगभग 57 लाख करोड़ का कर्ज था। 2022 में यह बढ़कर 136 लाख करोड़ हो गया। यानी मोदी सरकार के 7 सालों में ही कर्ज ढाई गुना बढ़ गया। विपक्ष के साथियों को राय रखनी चाहिए।
दरअसल, विधानसभा में बजट रिप्लाई के दिन 3 मार्च को नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने गहलोत सरकार पर कर्ज लेने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में सीएम गहलोत ने सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि 2010-11 से 2012-13 तक लगातार राजस्व आधिक्य की स्थिति रही। 2012- 13 में जब हमारी सरकार थी तो रेवन्यू सरप्लस 3,451 करोड़ रुपये था यानी कोई राजस्व घाटा नहीं था और 3,451 करोड़ रुपये का फायदा था।
जबकि भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल के सभी वर्षों में लगातार राजस्व घाटा रहा था। 2018-19 में भाजपा सरकार ने राजस्व घाटा लगातार बढ़ाते हुए 28, 900 करोड़ रुपये कर दिया। जिसका असर अब तक प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर है। सीएम ने कहा कि कोविड के बाद अब सामान्य हो रहे हालातों में हमारी राजस्व प्राप्तियां बढ़ने लगी है। प्रदेश में लगातार निवेश बढ़ रहा है। हमारी अर्थव्यवस्था का आकार भी बढ़ता जा रहा है। यह दिखाता है कि हम बजट में की गई घोषणाणों समय पर पूरा करने में सफल होंगे। राजस्थान को बुलंदियों के नए आयामों पर लेकर जाएंगे।