घाटकोपर (मुंबई)। तेरापंथ भवन के प्रांगण में अणुव्रत समिति मुंबई कीकार्यकारिणी मीटिंग का प्रारंभ नमस्कार महामंत्र से हुआ, आचार संहिता का वाचन निवर्तमान अध्यक्ष गणपत डागलिया द्वारा किया गया, अणुव्रत गीत का संगान चंद्रप्रकाश बोहरा द्वारा किया गया। सभी का स्वागत एवं अध्यक्षीय उदबोधन अध्यक्ष रमेश चौधरी ने किया तथा आने वाले समय में करणीय कामो का प्रस्ताव किया। गत मीटिंग की कार्यवाही का वाचन मंत्री चेतन कोठारी ने किया,जिसका सभी ने ॐ अर्हम की ध्वनि से पारित किया।
अणुव्रत समिति द्वारा किये गये कार्यों की विस्तृत जानकारी से मंत्री महोदय ने अवगत करवाया। लगभग 120 दिन के अभी तक के कार्यकाल में 34 कार्यक्रमो को अणुव्रत समिति ने संपादित किया। मीटिंग में आगामी कार्यकलापों के लिये अध्यक्ष महोदय ने अवगत करवाया एवं एक कार्यकारिणी की डायरेक्टरी बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसमे संयोजक प्रसन्न पामेचा सह-संयोजक लक्ष्मीलाल सिंघवी ठाणे को जिम्मेदारी दी, 1 मार्च को अणुव्रत स्थापना दिवस दो चरणों मे मनाने के लिये एक प्रोग्राम ऑडोटोरियम में और एक मुनिवरम एवं चारित्र-आत्माओँ के सानिध्य में रखने की योजना बनायी, जिसमें संयोजक रमेश धोका को जिम्मेदारी दी।
मुख्य वक्ता गणपत डागलिया ने अपने अनुभव बताए। महासमिति संगठन मंत्री ललिता जोगड, उपाध्यक्ष विनोद कोठारी,रमेश धोका,कंचन सोनी ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। भूतपूर्व अध्यक्ष श्रीअर्जुन बाफना,महासमिति से श्रीमती हेमलता की गरिमामय उपस्तिथि रही। सभी को अणुव्रत पत्रिका के सदस्य बनने के लिए कहा गया। अणुव्रत के 11 नियमो को अपनाने के लिये प्रेरित किया, साधु संतों के रास्ते की सेवा करने का भी प्रस्ताव रखा गया।
इस कार्यक्रम में 60 से अधिक वियक्तिओ की उपस्तिथि रही। आभार ज्ञापन अणुव्रत समिति मुंबई के कोषाध्यक्ष रमेश सोनी ने किया। कुशल संचालन अणुव्रत समिति मुम्बई मंत्री चेतन कोठारी ने किया। अणुव्रत क्षेत्रीय संयोजक घाटकोपर दीपेश सिंघवी,सह संयोजक नरेश बाफना का सक्रिय सहयोग रहा। पूरे मुंबई के सभी अणुव्रत के पदाधिकारियों की सराहनीय उपस्थिति एवं सहयोग रहा। यह जानकारी अणुव्रत समिति मंत्री चेतन कोठारी ने दी।
अणुव्रत से ही हो जीवन मूल्यों का विकास कार्यशाला का आयोजन
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