जयपुर:पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक बार फिर अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अब राजस्थान में चुनाव के लिए सिर्फ 22 महीने बचे हैं। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियां मिलनी चाहिए। पायलट ने कहा कि राजनीतिक नियुक्तियों पर काफी चर्चा हो चुकी है। एआईसीसी और प्रदेश स्तर पर भी चर्चा हो चुकी है।
सचिन पायलट ने कहा कि मुझे नहीं लगता की बहुत देरी होनी चाहिए। राज्य में 22 महीने बाद चुनाव है। हमारे सक्रिय कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियां मिलनी चाहिए, जिन्होंने पार्टी के लिए काम किया है। उन सभी को पद ना मिले लेकिन भागीदारी, मान सम्मान और महत्व देने का काम हमारी पार्टी और सरकार करेगी। पायलट गुरुवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक के दौरे पर रहे। इस दौरान पायलट ने मीडिया के सवालों का खुलकर जवाब दिया।
पायलट ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियां देने में देरी नहीं होनी चाहिए। राज्य में लंबे समय से बड़ी राजनीतिक नियुक्तियां देने की मांग उठ रही है। ऐसे में पायलट ने एक बार राजनीतिक नियुक्तियों की मांग कर अपने इरादे जाहिर कर दिए है। पायलट बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों को बड़ी राजनीतिक नियुक्तियां देने का विरोध करते रहे हैं।
सचिन पायलट ने अपने विधानसभा क्षेत्र का किया दौरा
पायलट ने अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक में 19 करोड़ से अधिक स्वीकृत राशि से तैयार विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया। अपने विधानसभा क्षेत्र में ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट का लोकार्पण किया। पायलट ने कहा कि टोंक के अंदर ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। इससे व्यवस्था को और अधिक मजबूती मिलेगी। कोरोना की तीसरी लहर में बहुत ज्यादा लोगों को अस्पताल जाना नहीं पड़ा है। कोरोना मरीज जल्द ठीक हो रहे हैं। लेकिन हमें कोरोना गाइडलाइंस की पालना करनी चाहिए। हम सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है। इस मौके पर टोंक जिला अध्यक्ष समेत शहर के गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे।
पायलट बोले- यूपी में भाजपा विधायकों में मची भगदड़
पूर्व डिप्टी सीएम ने यूपी चुनाव पर भी खुलकर बात रखी। पायलट ने भाजपा पर निशाना साधा है। पायलट ने कहा कि यूपी में भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा। भाजपा विधायकों में भगदड़ मची है। विधायकों को भाजपा से मोहभंग हो गया है। योगी कैबिनेट के मंत्री पलायन कर रहे हैं। इसका मतलब है कि भाजपा की यूपी में राजनीतिक जमीन खिसक रही है। यही कारण है कि पीएम मोदी को यूपी में लगातार रैलियां करनी पड़ रही है। यूपी में भाजपा में गुटबाजी चरम पर है। यूपी भाजपा कई गुटों में बंटी हुई है।
उल्लेखनीय है कि पायलट ने बुधवार को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रेस वार्ता का आयोजन किया था। कांग्रेस हाईकमान ने देश के 5 राज्यों में हो रहे चुनावों में पायलट की अहम जिम्मेदारी दी है।