केपटाउन:केपटाउन में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका ने भारत को 7 विकेट से हरा दिया है। अफ्रीका के सामने 212 रनों का टारगेट था, जिसे टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। जीत के साथ ही एल्गर एंड कंपनी ने टेस्ट सीरीज पर भी 2-1 से कब्जा जमा लिया है। इस मैदान पर केवल चौथी बार किसी टीम ने 200+ का टारगेट चेज किया है।
29 साल का सूखा बरकरार
टीम इंडिया को इस बार अफ्रीका में सीरीज जीतने के लिए फेवरेट माना जा रहा था। सेंचुरियन टेस्ट जीतकर टीम ने इस बात को सही साबित भी किया, लेकिन इसके बाद जोहान्सबर्ग और केपटाउन में टीम मिली हार के चलते टीम सीरीज पर कब्जा नहीं जमा सकी। 1992 में भारत ने पहली बार अफ्रीका का दौरा किया था और अभी तक पिछले 30 सालों में वहां एक बार भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाया है।
पीटरसन ने के लिए यादगार सीरीज
अफ्रीका की जीत में कीगन पीटरसन का बल्ला जमकर बोला। पहली पारी में 72 रन बनाने के अलावा दूसरी पारी में भी उनके बल्ले से 82 रन देखने को मिले। यह सीरीज इस युवा खिलाड़ी के लिए बहुत शानदार रही। छह पारियों में उन्होंने तीन फिफ्टी लगाई और 46 की औसत से 276 रन जोड़े। पीटरसन इस सीरीज के टॉप स्कोरर भी रहे।
फिर नाखुश हुए कैप्टन कोहली
37वें ओवर के दौरान फिर से एक बार DRS चर्चा का कारण रहा। दरअसल, 37वां ओवर मोहम्मद शमी कर रहे थे और पहली ही गेंद पर वान डेर डूसेन के खिलाफ कीपर कैच की अपील हुई। टीम इंडिया ने रिव्यू लिया। रीप्ले में नजर आया कि बल्ला जमीन पर लगा था और अल्ट्रा-एज ने इस बात की पुष्टि की। अंपायर का फैसला सही माना गया और डूसेन नॉटआउट रहे। इसके बाद कप्तान कोहली नाखुश नजर आए और फील्ड अंपायर मराय इरास्मस से कुछ बातचीत भी की। बाद में विराट रैसी वान डेर डूसेन से भी कुछ बात करते नजर आए। कोहली ने डूसेन से कहा- तुम अपने से 5 साल छोटे प्लेयर को स्लेज करते हो।
पुजारा ने छोड़ा आसान कैच
40वें ओवर की चौथी गेंद पर चेतेश्वर पुजारा ने कीगन पीटरनस का बहुत ही आसान सा कैच टपका दिया। पीटरसन के बल्ले के बाहरी किनारे पर लगी और गई पुजारा के पास गई। गेंद पुजारा के दोनों हाथ पर लगी, लेकिन वह उसे लपक नहीं पाए। उस समय अफ्रीका का स्कोर 129/2 और पीटरसन 58 पर खेल रहे थे।