श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के जिला शोपियां में सुरक्षाबलों और आतंकवादियोें के बीच मुठभेड़ अब समाप्त हो गई है। सुरक्षाबलों ने चौगाम इलाके में छिपे लश्कर-ए-तैयबा के दोनों आतंकियों को मार गिराया है। हालांकि उन्हें मारने से पहले सुरक्षाबलों ने आत्मसमर्पण करने के कई बार मौके दिए परंतु आतंकियों ने हथियार डालने से इंकार करते हुए गोलीबारी का सिलसिला जारी रखा। वहीं पिछले चौबीस घंटों में दक्षिण कश्मीर में यह दूसरी मुठभेड़ थी। इस दौरान सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तड़के ही उन्हें चौगाम इलाके में कुछ आतंकवादियों के देखे जाने की सूचना मिली थी। सूचना के तुरंत बाद ही एसओजी के जवान सेना की 44 आरआर बटालियन के साथ मौके पर पहुंचे और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। वहीं इलाके में छिपे आतंकियों ने जब सुरक्षाबलों को अपने नजदीक आते देखा तो उन्होंने उन पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया।
गोलीबारी का सहारा लेते हुए आतंकियों ने फरार होने की कोशिश भी की परंतु सुरक्षाबलों ने पहले ही पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी थी। जवाबी कार्रवाई से पहले सुरक्षाबलों ने कई बार दोनों आतंकियों को हथियार डालने के लिए कहा परंतु हर अपील पर उन्होंने गोलीबारी जारी रखी। सुरक्षाबलों ने आसपास रहने वाले लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के बाद बड़े हथियारों का इस्तेमाल करते हुए दोनों आतंकियों को वहीं ढेर कर दिया। मारे गए आतंकियों की फिलहाल पहचान जाहिर नहीं की गई है परंतु दोनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा संगठन से संबंधित बताए जाते हैं। मुठभेड़ स्थल से हथियार भी बरामद हुए हैं।
पिछले चौबीस घंटों में दक्षिण कश्मीर में यह दूसरी मुठभेड़ थी। इस दौरान सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है।
आपको जानकारी हो कि गत शुक्रवार को दक्षिण कश्मीर के ही जिला अनंतनाग और कुलगाम में एक साल में भाजपा के पांच कार्यकर्ताओं और एक पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या में शामिल हिजबुल मुजाहिदीन के कुख्यांत आतंकी शहजाद अहमद सेह को सुरक्षाबलों ने गत शुक्रवार सुबह बिजबिहाड़ा मुठभेड़ में मार गिराया था। शहजाद ए-श्रेणी का आतंकवादी था और आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने इसके मारे जाने की पुष्टि करते हुए पुलिस व सुरक्षाबलों को मुबारकबाद भी दी थी।
ऐसा कहा जा रहा था कि बिजबिहाड़ा के पाम मोमिनहाल अरवनी में छिपे इन आतंकियों की संख्या तीन के करीब थी, जबकि मुठभेड़ स्थल से एक आतंकी का ही शव बरामद हुआ था। माना जा रहा है कि मौका पाकर दो आतंकी वहां से फरार होने में सफल रहे।