नई दिल्ली:राजनीतिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश म्यांमार के लोगों को COVID-19 के खिलाफ उनकी लड़ाई में समर्थन के लिए भारत ने मदद के हाथ बढ़ाए हैं। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुधवार को म्यांमार रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रतिनिधियों को ‘मेड इन इंडिया’ टीकों की 10 लाख खुराकें सौंपीं। म्यांमार में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर ये जानकारी दी। श्रृंगला यहां दो दिवसीय यात्रा पर हैं। म्यांमार की सेना द्वारा 1 फरवरी को तख्तापलट में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई आंग सान सू की सरकार को अपदस्थ करने के बाद भारत की ओर से पहली बार कोई बड़ा अधिकारी उच्च-स्तरीय यात्रा पर गया है।
कोविड से लड़ाई में भारत का साथ
भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा, “विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने म्यांमार रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रतिनिधियों को ‘मेड इन इंडिया’ टीके की 10 लाख खुराकें सौंपीं, ताकि म्यांमार के लोगों, जिनमें भारत-म्यांमार सीमा पर मौजूद लोग भी शामिल हैं, को COVID-19 के खिलाफ उनकी लड़ाई में समर्थन दिया जा सके।” अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान, श्रृंगला फरवरी में सत्ता पर कब्जा करने वाले जनरल मिन आंग हलिंग की अध्यक्षता वाली राज्य प्रशासन परिषद, राजनीतिक दलों और नागरिक समाज के सदस्यों के साथ चर्चा करेंगे।
भारत का रणनीतिक पड़ोसी म्यांमार
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “म्यांमार को मानवीय समर्थन, सुरक्षा और भारत-म्यांमार सीमा संबंधी चिंताओं और म्यांमार की राजनीतिक स्थिति से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।” म्यांमार भारत के रणनीतिक पड़ोसियों में से एक है और यह उग्रवाद प्रभावित नागालैंड और मणिपुर सहित कई पूर्वोत्तर राज्यों के साथ 1,640 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है।