मुंबई। आचार्य श्री महाश्रमणजी की आज्ञानुसार साध्वी श्री राकेशकुमारीजी की सहवर्तिनी साध्वी श्री विपुलयशाजी एवं साध्वी श्री चेतस्वीप्रभाजी ने श्री पानमल जी सेठिया (नि. गंगाशहर, कांदिवली-मुंबई) को दिनांक 7 दिसम्बर 2021, मध्यान्ह में तिविहार संथारे का प्रत्याख्यान करवाया। संथारा साधक श्री पानमल जी सेठिया के उच्च मनोभाव एवं प्रबल भावना को देखते हुए अगले ही दिन गुरूआज्ञा से साध्वी श्री मलयविभाजी ने मध्यान 12.35 पर चौविहार संथारे का प्रत्याख्यान कराया।
साध्वी श्री की प्रेरणा, मार्गदर्शन में संपूर्ण श्रावक समाज संथारा साधक को आध्यात्मिक सहयोग देने हेतु अग्रसर हैं। संथारा साधक के प्रति मंगलभावो को अभिव्यक्त करने के लिए अखंड जप, तप, त्याग, सामायिक व भजन गोष्ठियों के विभिन्न आयोजन हो रहे हैं। कांदिवली में धर्म प्रभावना का आध्यात्मिक वातावरण छाया हुआ है।
संथारे के दूसरे दिन श्री पानमलजी सेठिया को दर्शन देने एवं आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करने मुनि श्री रणजीत कुमारजी एवं सहवर्ती मुनि श्री कौशलकुमारजी और मुनि श्री अनिकेत कुमार जी का कांदिवली में पदार्पण हुआ । सेठिया जी के निवास स्थान पर मुनि श्री ने गीत का संगान किया और उसके बाद चाइता भारहं वासं का जप करवाया। जप के समय संथारा साधक की तल्लीनता एवं जागरूकता उनके प्रबल मनोबल का दर्शाती है। सेठिया जी का संपूर्ण कुटुंब–परिवार और श्रावक समाज उनके भावों को उत्तरोत्तर मोक्ष पथ के लिए अग्रसर करने में प्रत्यनशील है। उच्च भावों के साथ संथारा साधक अपनी साधना में साधक आगे बढ़ रहे हैं।
कांदिवली में श्री पानमल सेठिया का चौविहार प्रत्याखान
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