नई दिल्ली:अमेरिका के 16 राज्यों में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन पांव पसार चुका है। संक्रमण के बढ़ते खतरे के मद्देनजर अमेरिका में वैक्सीन की पहली डोज और बूस्टर डोज लगवाने वालों की संख्या में लगभग 66% की वृद्धि दर्ज की गई है। अमेरिका के CDC (सेंटर्स फॉर डीजीस कंट्रोल) के अनुसार बीते एक महीने में प्रति दिन करीब 9 लाख वैक्सीन की डिमांड की तुलना में वर्तमान में रोज लगभग 15 लाख वैक्सीन की डिमांड आ रही है।
अपडेट्स…
डेल्टा और बीटा की तुलना में ओमिक्रॉन और भी ज्यादा संक्रामक
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा और बीटा की तुलना में और भी ज्यादा संक्रामक हो सकता है। साथ ही ओमिक्रॉन से रीइंफेक्शन होने का खतरा भी अधिक है। दुनिया भर में ओमिक्रॉन को लेकर अब तक हुई स्टडी से यह बात पता चली है। मंत्रालय ने बताया है कि जो लोग कोविड-19 से रिकवर हो चुके हैं, वो फिर से संक्रमित हो सकते हैं। मालूम हो कि ओमिक्रॉन सिंगापुर में भी दस्तक दे चुका है। रविवार को यहां एक और ओमिक्रॉन संक्रमित मिला।
सेनेगल में मिला ओमिक्रॉन का पहला केस
वेस्ट अफ्रीका के देश सेनेगल में ओमिक्रॉन का पहला केस मिला है। देश के इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ रिसर्च ने रविवार को इसकी जानकारी दी। बताया गया है कि जीनोमिक लैब की मदद से 3 दिसंबर को इस मामले की पहचान की गई। संस्थान के मुताबिक एक यात्री के देश छोड़कर जाने के दौरान इस मामले का पता चला था। उसे ओमिक्रॉन का संक्रमण कैसे हुआ, इसका पता नहीं चल पाया है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, सेनेगल में कोरोना के कुल 74,024 मामले मिल चुके हैं। इनमें 1,886 की मौत हो गई। दक्षिण अफ्रीका में मिले ओमिक्रॉन वैरिएंट का यह पहला मामला है।
सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन केस साउथ अफ्रीका में
कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से सबसे ज्यादा प्रभावित साउथ अफ्रीका में हैं, लेकिन वहां संक्रमितों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने बताया है कि अफ्रीका के अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। रामाफोसा इन दिनों घाना की यात्रा पर हैं। उन्होंने ही ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता लगाने के बाद दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य अफ्रीकी राज्यों में ट्रैवल बैन लगाए थे।