मुंबई। महातपस्वी महामना आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती शिष्य बहुश्रुत परिषद संयोजक आगम मनीषी प्रोफ़ेसर महेंद्र कुमारजी स्वामी आदी ठाणा-6 के मंगल सानिध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ महिला मंडल मुंबई के तत्वाधान में चेंबूर तेरापंथ महिला मंडल ने प्रस्तुत की मासिक कार्यशालाओ की श्रृंखला रूपांतरण के अंतर्गत कैसे बने अनेकांतवादी हम साथ ही बृहद जैन समाज महिला सम्मेलन। कार्यक्रम की मंगल शुरुआत डॉ. मुनिश्री अभिजीत कुमारजी के नवकार मंत्र उच्चारण से हुई। मंगलाचरण में चेंबूर महिला मंडल की बहनों ने अपनी प्रस्तुति से पूरे माहौल को मंगलमय बना दिया।
पधारे हुए सभी पदाधिकारी व जैन बृहद महिला समाज का स्वागत चेंबूर महिला मंडल की संयोजिका ताराजी आच्छा और सहसंयोजिका खुशबूजी लोढा ने किया।अपने स्वागत भाषण में मुंबई महिला मंडल की मंत्री श्रीमती अल्काजी मेहता ने भी पधारे हुए सभी का स्वागत अभिनंदन किया।कार्यक्रम को टॉक शो के माध्यम से तीन चरण में संपादित किया गया। प्रथम अनेकांतवाद से better parenting, द्वितीय अनेकांतवाद से better relations, तीसरा अनेकांतवाद से better second innings। मुनि श्री जागृत कुमारजी ने भी अनेकांत विषय पर मंगल उद्बोधन प्रदान किया। चेंबूर महिला मंडल की भी अनेकांत विषय पर लघु नाटिका के माध्यम से बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी।
मुंबई महिला मंडल से निवर्तमान अध्यक्षा भाग्यश्रीजी कच्छारा,पूर्व मंत्री स्वीटीजी लोढ़ा, मुंबई महिला मंडल की मंत्री श्री अलकाजी मेहता, कोषाध्यक्ष सुनीताजी सुतारिया, ही मीडिया प्रभारी सुचिताजी कोठारी, प्रेमलताजी सिसोदिया, Abtmm पूर्व महामंत्री तरुणजी बोहरा, अणुव्रत सभा मुंबई की अध्यक्षा श्रीमती कंचनजी सोनी,और नवी मुंबई के अंतर्गत विभिन्न तेरापंथ महिला मंडल की बहनों की गरिमामय उपस्थिति रही।ब्रहद् जैन समाज महिला मंडल के अंतर्गत भारत जैन महामंडल के महामंत्री श्रीमती कोकिलाबेन जवेरी, अंजनाजी कोठारी फाउंडर चेयरमैन ऑफ़ VNNO, मेवाड महिला मंडल प्रमुखा श्रीमती ललिताजी सोनी, मेवाड़ महिला मंडल की निवर्तमान अध्यक्षा श्रीमती राजकुमारी बोहरा, स्थानकवासी संप्रदाय की चेंबूर महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती रिंकूजी डांगी, मंत्री श्रीमती गीताजी पोखरना, अध्यक्ष श्रीमती अंजलिजी खरवड, पद्मावती दिगंबर संघ, मूर्तिपूजक संघ की बहनो की गरिमामय उपस्थिति रही।डॉ मुनि श्री अभिजीत कुमारजी स्वामी ने अनेकांतवाद को कैसे जीवन में अपनाएं और जीवन को आनंदमय बनाए इस पर प्रेरणा पाते प्रदान किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती जयश्रीजी बड़ाला ने किया। कार्यक्रम में दोस्तों 230 बहनों की सराहनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम को सफल बनाने पूरे चेंबूर महिला मंडल का विशेष सहयोग रहा।
चेंबूर में “कैसे बने अनेकांतवादी हम साथ ही” बृहद जैन महिला सम्मेलन का आयोजन
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