नई दिल्ली:चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के टॉप नेताओं की बैठक में फैसला लिया गया है कि अब किताबों में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बारे में पढ़ाया जाएगा। चीनी इतिहास की किताबों में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की विरासत को मजबूत करने की उम्मीद जताई गई है। पार्टी ने जिनपिंग के कद को चीन के संस्थापक माओत्से तुंग और आर्थिक नीतिकार डेंग जियोपिंग के बराबर कर दिया है। जिनपिंग को युग बदलने वाले नेता बताया गया है।
बता दें कि शी जिनपिंग राजधानी बीजिंग में सत्ताधारी पार्टी के टॉप नेताओं की बैठक का नेतृत्व कर रहे हैं। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के करीब 400 सदस्यों ने पार्टी के 100 साल के संघर्ष की प्रमुख उपलब्धियां और ऐतिहासिक अनुभव को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया है। पिछले 100 सालों में इतिहास में यह तीसरा प्रस्ताव है।
चीनी सरकारी मीडिया एजेंसी शिन्हुआ ने भी कम्युनिस्ट पार्टी का गुणगान किया है। बताया है कि इस बैठक में कम्युनिस्ट पार्टी के इतिहास के सही दृष्टिकोण को दर्शाया गया है। बैठक में कमिटी के टॉप लोगों से शी जिनपिंग के चीनी विशेषताओं वाले समाजवाद के नए युग को पूरी तरह से लागू किए जाने को कहा गया है।
बता दें कि शी जिनपिंग माओत्से तुंग के बाद से चीन के सबसे शक्तिशाली नेता के तौर पर उभरे हैं। पॉलिटिकल एनालिस्ट्स का मानना है कि जिनपिंग तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। उनकी स्थिति सुरक्षित है। विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह के प्रस्तावों से जिनपिंग को चीन के लिए अपने विजन को स्थापित करने और सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिलेगी।
शी जिनपिंग पर आरोप लगता रहा है कि वह अपने कार्यकाल में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर अपने प्रतिद्वंदियों को राह से हटा चुके हैं। शिनजियांग, तिब्बत, होन्ग कोन्ग, ताइवान जैसे क्षेत्र में दमनकारी नीतियों को लेकर मुखर रहे हैं।