मुम्बई: मानव सेवा का महनीय कार्य हो या सांस्कृतिक आयोजन संस्कार ग्रुप- घाटकोपर हमेंशा से बड़ी सक्रियता से अपनी भागीदारी निभाता रहा है। साथ ही जरूरतमंदों के लिए मदत के हाथ हमेशा आगे बढ़ाता रहा है। चाहे वह ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासी बच्चों के लिए शिक्षा के लिए आवश्यक सामग्री हो या सर्दी में मुंबई की सड़कों पर रात को कंबल बाँटने का सफल आयोजन समय-समय पर संस्कार ग्रुप द्वारा किया जाता है। अनाथ आश्रम में दवाई वह आवश्यक सामग्री का वितरण, नेत्रहीन बच्चों को सहायता, म्युनिसिपल शाला में सुसज्जित लेबोरेटरी कक्ष का उद्घाटन इत्यादि ऐसे अनेक जन सेवा कार्यों को सफलता पूर्वक सम्पादित करता रहा है। सांस्कृतिक आयोजन में कवि सम्मेलन व संस्कार ग्रुप घाटकोपर के डाडिया-रास का इन्तज़ार सभी को बड़ी बेसब्री से रहता है।
इसी कड़ी में मदत के हाथ टीम के माध्यम से संस्कार ग्रुप ने मदत के हाथ एक बार फिर बढ़ाये हैं। इस मदत से कई परिवारों के दो वक्त की रोटी उपलब्ध कराई जा रही हैं। साथ ही इस महामारी से जिस तरह देश लड़ रहा है और लॉकडाउन की वजह से हज़ारों की संख्या में मज़दूरों का पलायन हो रहा है। संकट की इस घड़ी में संस्कार ग्रुप घाटकोपर ने भी अपने हाथ आगे बढ़ाये है जिसकी वजह से मज़दूरों पानी और बिस्किट्स वितरित किया जा रहा हैं। इसमे निर्मल कुमठ, विनोद सोलंकी,गौतम कोठारी,विमल बड़ाला, महावीर सिंघवी, कमल कोठारी धीरज मादरेचा, प्रवीण सिंघवी, राजेश बाफना, दीपक सिंघवी, बक़ुल हिरण, लोकेश बाफना, विनय मेहता, राकेश सोलंकी, संजय वोरा, जितेंद्र हिरण, महावीर राजपुरोहित, कमलेश खंडौर आदि का सहयोग मिल रहा है।
मानव सेवा के कार्यों के लिए सदैव तत्पर संस्कार ग्रुप घाटकोपर
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