मुंबई। श्री जैन तेरापंथी सभा मुंबई के तत्वावधान में मुंबई की ज्ञानशाला के प्रति समर्पित पुनः मनोनीत आंचलिक संयोजिका श्रीमती सुमन चपलोत के निर्देशन में ज्ञानशाला की प्रथम संगोष्ठी का आयोजन ऑनलाइन ज़ूम एप्प के माध्यम से किया। संगोष्टि की शुभ शुरुवात विभागीय सहसंयोजिका संजू दुग्गड़ द्वारा नमस्कार महामन्त्र से की गई तत्पश्चात विभागीय संयोजिका श्रीमती राजश्री कच्छारा ने नव गठित कार्यकारिणी को शुभकामनाएं देते हुए सभी सभा संस्था के पदाधिकारियों, ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओ का स्वागत अभिनंदन किया।
अभिनंदन के स्वर हुए मुखरित
मुंबई सभा के अध्यक्ष श्रीमान नरेंद्र जी तांतेड़ ने नव मनोनीत सुमनजी चपलोत को शुभकामना के स्वरों के साथ कहा कि ज्ञानशाला भावी पीढ़ी के विकास में प्रशिक्षको का श्रम सराहनीय है संस्कार विकास के इस उपक्रम में टीचर्स अथक प्रयास भी कर रही है। उन्होंने कहा कि 2023 में गुरुदेव के चातुर्मास तक हमें ज्ञानशाला के बच्चों में अभिवृद्धि करनी है और आज मुंबई म् 64 ज्ञान शालाओं की शाखाएं हैं उसको बढाना है । व इसके लिए उन्होंने बताया मुम्बई सभा द्वारा जनगणना चल रही है उसी के माध्यम से हम एक एक परिवार तक पहुच कर उनको जोड़ने का प्रयास करना चाहिए ।
मंत्री श्रीमान विजय जी पटवारी ने श्रीमती सुमन और मुम्बई ज्ञानशाला की सराहना करते हुए कहा कि केंद्र स्तर पर मुंबई ज्ञानशाला द्वारा “खेल खेल में ” किट का वितरण किया गया जो कि बहुत ही सराहनीय रहा और इसी के चलते मुंबई सभा को केंद्र द्वारा सम्मानित किया गया यह मुंबई सभा के लिए ज्ञानशाला द्वारा किसी उपहार से कम नहीं है इसी खेल खेल के किट को अब एक नवीनीकरण देते उसमें और भी एडिशन कर के उसे बड़े स्तर पर प्रेषित किया जाए और उपयोग में लाया जाए यह प्रयास करना चाहिए व साथ ही यह भी कहा कि इस कीट का उपयोग कहा तक सफल हो रहा है व अब तक कितना उपयोग ज्ञानशाला में हुआ है इसकी भी विस्तृत जानकारी के साथ एक रिपोर्ट बननी चाहिए ताकि हम इसे बड़े स्तर पर उपयोग लाने हेतु प्रयास कर सकें।
मुंबई सभा के उपाध्यक्ष श्रीमान विनोद जी बोहरा ने मुम्बई ज्ञानशाला की आँचलिक संयोजिका को नवीन कार्यकाल की बधाई देते हुए सभी प्रशिक्षिकाओ की सराहना करते हुए कहा कि मुम्बई की प्रशिक्षिको में अनेक प्रतिभाओं का खजाना है जो ज्ञानशाला के रिफ्रेशर कोर्स में देखने को मिला जिसमे बहनों ने अलग अलग विषयो को सभी के सामने प्रस्तुत किये यह भविष्य के लिए भी अच्छी बात है हमको अच्छे वक्ता मिल रहे है साथ ही मुम्बई सभा द्वारा आयोजित ज्योतिर्मय कार्यक्रम हुआ जिसमें ज्ञानशाला का सराहनीय सहयोग मिला व वौइस् ऑफ सुपरस्टार कार्यक्रम की भी सराहना की।
अभातेमंम की निवर्तमान अध्यक्ष श्रीमती कुमुदजी कच्छारा ने अभिनदंन के स्वरों द्वारा ज्ञानशाला को नई ऊंचाई प्रदान हो ऐसी भावना व्यक्त की और प्रशिक्षक बहनों के रिफ्रेशर कोर्स की सराहना करते हुए कहा कि बहने हर क्षेत्र में निपुण है यह हमारे लिए गौरव की बात है। ज्ञानशालाओ के पोषक श्रीमान नरेन्द्रकुमार जी ताराचन्द जी बांठिया ने कहा भावी के विकास में हम सदैव ज्ञानशाला के साथ रहेंगे और जो भी सहयोग की अपेक्षा होगी वह हम देंगे। प्रोफेसर रत्ना जी कोठारी ने अपने विचारों को रखतेहुए बताया कि ज्ञानशाला के बाद बच्चों में वही संस्कार रहते है या समय के साथ धूमिल हो जाते है यह भी देखना जरूरी है और उनको संस्कारो से जोड़े रखने के लिए भी हमे प्रयास रत रहना है।
मुंबई की आंचलिक संयोजिका श्रीमती सुमन चपलोत ने सभी के विचारों की सराहना करते हुए सभी को धन्यवाद प्रेषित किया व मुंबई ज्ञानशाला द्वारा गत दो वर्षों में किए गए कार्यों को उल्लेख करते हुए मुम्बई सभा, ज्ञानशाला की संपूर्ण कार्यकारिणी व संयोजिका बहने प्रशिक्षक बहने ,परीक्षा विभाग, मीडिया विभाग, परामर्शक , समिति सदस्य, विशेष सहयोगी और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जिन्होंने भी सेवाएं दी उन सभी को धन्यवाद के स्वर प्रेषित किए और कहा कि यह एक टीम वर्क था जो सभी के श्रम के सिंचन से ही सफल हो पाया और आगे भी आगामी दो वर्ष तक हमें मुम्बई ज्ञानशाला को एक नई ऊंचाई प्रदान करने हेतु प्रयासरत रहना र्है और एकरूपता से हम सभी को मिलकर काम करना है और सभी को नए-नए आयामों को गतिमान करते हुए गतिमान करते हुए मुंबई की गूंज केंद्र स्तर पर करवानी है संगोष्टि का सफल संचालन विभागीय सह संयोजिका शीतल सांखला ने किया । सुमन जी ने ज्ञानशाला में नवीनीकरण हेतु आगामी आने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा से अवगत कराया जिसके अंतर्गत बच्चों के लिए ज्ञानार्थी बच्चों के लिए तीन दिवसीय ऑनलाइन का कार्यशाला का आयोजन होने जा रहा है इसके साथ ही प्रशिक्षक बहनों के लिए निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है साथ ही कोरोना महामारी के चलते योगा अभ्यास की कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा । 27 मई को मुंबई की केंद्र द्वारा निर्देशित महाप्रज्ञ अष्टकम अर्थ सहित बच्चों के एक प्रतियोगिता का आयोजन अब मुंबई स्तर पर किया जाएगा जो कि पहले केंद्र स्तर पर निर्धारित थी वह अब मुंबई स्तर पर की जा रही है जिसमें लगभग 580 ज्ञानार्थी भाग लें रहे है और मुंबई के हर क्षेत्र से लगभग इस परीक्षा में निरीक्षक के रूप में प्रशिक्षक बहने तैयारी में लगी है यह जानकारी सह संयोजिका श्रीमती अनीता परमार ने दी।
श्रीमती राजश्री कच्छारा ने बताया प्रशिक्षक बहनों के लिए निबंध प्रतियोगिता भी रखी जा रही है जिसका विषय “लॉक डाउन में क्या खोया क्या पाया ? ” अध्ययन और अध्यापन के नवीनीकरण हेतु भाग 1 से 5 तक पढ़ाई को अब वर्कशीट सिस्टम से करवाया जाएगा ऐसी भावना श्रीमती सुमन ने सभी के समक्ष रखी इस कार्य को सभी क्षेत्रों में आवंटित किया गया है जिससे सभी क्षेत्रों को आगे आने काअवसर मिले। मीडिया विभाग से अनिता सिंयाल ने जानकारी दी कि इस कार्यशाला में लगभग 270 बहनों ने भाग लिया साथ ही मुंबई सभा के अध्यक्ष नरेंद्र जी तांतेड़,मंत्री विजय जी पटवारी ,उपाध्यक्ष नवरत्न जी गन्ना ,विनोद जी बोहरा ,निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमुद जी कच्छारा ,प्रोफेसर रत्ना जी कोठारी ,ज्ञानशाला के मुख्य प्रायोजक श्रीमान ताराचंद जी बांठिया एवं नरेंद्र जी बांठिया, सह मंत्री गौतम जी डागा ,विष्णु जी बाफना, नितेश जी धाकड, एवं सभी बहने साथी परामर्शक बहने समिति सदस्य बहने परीक्षा विभाग एवं ज्ञानशाला की संयोजिका ,सह -संयोजिका व प्रशिक्षक बहनों ने अपनी उपस्थिति ओनलाइन दर्ज करवाई।
ज्ञानशाला की ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन संपन्न
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Ap konsi news post karte ho??
Koi charges hote hai??
Sabha sansthaon ke hi post karte ho Kya???