मुम्बई। आचार्य श्री महाश्रमण जी के विद्वान शिष्य आगम मनीषी प्रो. महेंद्रकुमार जी आदिठाना-5 के सानिध्य एवं श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा मुम्बई के तत्वावधान में ज्ञानशाला मुम्बई द्वारा कांदिवली तेरापंथ भवन में ‘वॉइस ऑफ सुपरस्टार’ का ग्रांड फिनाले का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ज्ञानशाला के प्रतिभागी, ज्ञानार्थी, ज्ञानशाला परिवार, महिला मंडल, तेयुप, तेरापंथी सभा व श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के पदाधिकरियों व कार्यकर्ताओं की विशेष उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की शुरुआत मुनिश्री अभिजीत कुमार ने नमस्कार महामंत्र के द्वारा की तत्पश्चात स्टार्टिंग प्रस्तुति नन्हें बच्चों की सुंदर प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम से पूर्व अपने संदेश में मुनिश्री अभिजीत कुमार जी ने कहा कि आज बच्चों के लिए विशेष दिन है। इनकी अच्छी प्रैक्टिस सभी के लिए प्रेरणा है तथा स्वरचित सुंदर गीतिका ‘शुभ समय आ गया है निज शक्ति को जगाओ ..’ के जरिये प्रेरित किया।
तत्पश्चात सेमीफानालिस्ट बच्चों ने थीम सांग के जरिये समां बांध दिया। उसके बाद एक-एक कर सभी 10 फाइनलिस्ट बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी, जिसने जज विराग वानखेड़े (जैन) एवं योगिता बोराडे एवं खचाखच भरे ऑडिटोरियम में उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया। ‘वॉइस ऑफ सुपरस्टार’ की विजेता हिरल कोठारी रही।
इस मौके पर आंचलिक संयोजिका सुमन चपलोत ने ‘वॉइस ऑफ सुपर स्टार’ की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी । सभी का स्वागत किया तथा कहा कि विनर तो एक ही होगा लेकिन अगर टैलेंट देखें तो सभी 10 बच्चे विनर हैं।
मुम्बई सभा के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जी तातेड़ ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे यहां आकर बहुत खुशी है। आप लोगों की मेहनत को सलाम है। ‘वॉइस ऑफ सुपर स्टार’ के माध्यम से प्रतिभाओं को आगे लाने के लि ज्ञानशाला टीम को साधुवाद एवं पूरे समाज की तरफ से आभार।
मुम्बई सभा के पूर्व अध्यक्ष विनोद कुमार कच्छारा ने कहा कि ज्ञानशाला गुरुदेव तुलसी का दिया हुआ अवदान है जो समाज के नींव को मजबूत करती है। हम सभी की कोशिश रही कि ज्ञानशाला का अच्छा सा अच्छा सिंचन हो।
तेरापंथी सभा के उपाध्यक्ष बाबूलाल बाफना ने ज्ञानशाला परिवार व प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दी।
‘वॉइस ऑफ सुपर स्टार’ प्रतिभागियों में अनीक आच्छा, दिव्य मालू, पीयूष नाहर, निष्ठा जैन, मिष्ठी बाफना, हिरल कोठारी, अपेक्षा सिंघवी, लविशा दुग्गड़, प्रेक्षा पटवारी, पार्थ दुग्गड़ 10 फाइनलिस्ट रहे जिनमें से दो राउंड की प्रस्तुति के बाद हिरल कोठारी को विजेता घोषित किया गया तथा प्रथम रनरअप पार्थ दुग्गड़, द्वितीय अनीक आच्छा रहे जबकि दिव्य मालू को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में तेरापंथी सभा के अध्यक्ष नरेंद्र तातेड़, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद बोहरा, बाबूलाल बाफना, नवरतन गन्ना, श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के अध्यक्ष सुरेंद्र कोठारी, सभा के पूर्व अध्यक्ष विनोद कच्छारा, निवर्तमान अध्यक्ष सुनील कच्छारा, कोषाध्यक्ष योगेश चौधरी विशेष सहयोगी ताराचंद बांठिया, , अर्जुन सिंघवी, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष रमेश चौधरी, अर्जुन बाफना, निवर्तमान संयोजिका निर्मला चंडालिया, भारती सेठिया, रचना हिरण, तरुणा बोहरा…पवन ओस्तवाल अरुण ढेलडिय़ा कमलेश नोलखा सुशील कोठारी नवरत्न दुग्गड़ आदि की विशेष उपस्थिति रही।
मुम्बई सभा के मंत्री विजय पटवारी, फाउंडेशन के महामंत्री कमलेश बोहरा कोषाध्यक्ष जवरीमल नोलखा वित्त प्रभारी जय चंद सांखला तेयुप अध्यक्ष अनिल चोरडिया अशोक कोठारी भरत छाजेड़ रमेश टुकलिया दीपक बापना संयोजिका प्रतिमा पींचा संगीता परमार मिठालाल धाकड़ मीडिया प्रभारी प्रमोद कुमार सुर्या सक्रिय रहे।
ज्ञानशाला आंचलिक सह संयोजिका अनीता परमार ने बताया कि ‘वॉइस ऑफ सुपरस्टार’ की लम्बी तैयारियों में तारा मुणोत, रेणु कोठारी, श्वेता आच्छा ने विशेष मेहनत की एवं प्रतिभागियों को तराशा।
विभागीय संयोजिका राशि कच्छारा के अनुसार कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रशिक्षक बहनों ने विशेष श्रम किया जिनमें शीतल सांखला, रिंकू परमार, चंचल परमार, कामिनी बडाला, अनिता सिंयाल, वनिता हिरण, अंजू चौधरी, सीमा सिंघवी, श्रेया चपलोत, दिव्या बाफना का सहयोग रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञानशाला की विभागीय सह संयोजिका संजू दुग्गड़ ने किया जबकि प्रथम सत्र का संचालन ईतांशी बम्ब एवं चिराग पामेचा ने किया एवं द्वितीय सत्र की बागडोर श्वेता आच्छा एवं तारा मुणोत ने संभाली।
ज्ञानशाला के ‘वॉइस ऑफ सुपरस्टार’ का कांदिवली में भव्य ग्रांड फिनाले, हिरल कोठारी बनीं विजेता
Leave a comment
Leave a comment