मुंबई। आचार्य महाश्रमण जी की प्रबुद्ध शिष्या शासन श्री साध्वी श्री कैलाशवती जी एवं साध्वी वृन्द के सान्निध्य में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ महिला मंडल मुंबई द्वारा प्रबुद्ध महिलाओं के शिखर सम्मेलन स्वयंसिद्धा का भव्य आयोजन शुक्रवार को कांदिवली तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम की शुरुवात साध्वी श्री जी के नमस्कार महामंत्रों उच्चारण द्वारा हुई। कांदिवली महिला मंडल की बहनो ने मंगलाचरण गीतिका संगान किया। कांदिवली महिला मंडल संयोजिका सुशीला मादरेचा ने स्वागत भाषण की प्रस्तुति दी।
साध्वी श्री पंकज श्रीजी ने अपने प्रेरक उदबोधन में कहा आज का विषय है स्वयं सिद्धा है। स्वयं सिद्धा का अर्थ होता है, हम अपनी रक्षा करे, हम स्वतंत्र होकर अपना विकास कर सकते है। आचार्य तुलसी ने नारी समाज का उद्धार किया। महिलाओं को स्टेज दिया। पहले पुरुष वर्ग को ही स्टेज पर दिखाई देते थे। आचार्य तुलसी ने कहा महिलाएं आगे आएगी तभी समाज आगे बढ़ेगा। महिलाएं हर क्षेत्र में आगे है। हमारी महिलाएं जो विकास कर रही है। महिलाओं में दो गुणों की आवश्यकता होती है। महिलाओं के अंदर स्वंय चिंतन और दूसरों की बातों पर अमल करना। ये दो गुण महिलाओं के विकास में चौगुना विकास कर सकती है। मुंबई महिला मंडल जागरूक है। समाज की सभी महिलाएं अच्छा कार्य कर रही है।
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल ट्रस्टी शान्ता पुगलिया, साध्वी प्रमुखा कनक प्रभा जी के संदेश का वाचन किया। मुंबई अध्यक्षा जयश्री बड़ाला ने कहा हमने जो सपना देखा है उसको पूरा करने में कही हम गलत दिशा में तो नही जा रहे है। हमे अपने कर्तव्य और दायित्व को समझते हुए कार्य करना है। हमे स्वतंत्रता मिली है तो हमे उसका दुरुपयोग नही करना है। हमे यह भी देखना जरूरी है हम गलत दिशा में न जाये। हमे अपने कर्तव्यों की रक्षा हमे करना है। गुरुदेव तुलसी ने सपने दिए है। उसको हमे पूरा करना है। हमे बदलना होगा। हमे एक एक संकल्प करना होगा कि हम अपने समाज की संस्कृति को कभी ओझल नही होने देंगे।
मोटिवेटर स्पीकर मानसी ठक्कर ने बेहद ही सरल भाषा एवं रोचक तरीके से उपस्थिति महिलाओं को मोटिवेट किया।
वाशी तेरापंथ महिला मंडल की बहनो ने महिला एम्पोवेर्मेंट पर एक सुमधुर गीतिका का संगान किया। कन्यामण्डल ने एक नाटिका की प्रस्तुति दी। जिसका शीर्षक मैं कर सकती हूं तो आप क्यों नही। डोम्बीवली, दादर, मुलुंड, भांडुप, कांदिवली , वाशी, नेरुल महिला मंडल ने नारी के विभिन्न रूपो की झांकियों की प्रस्तुति दी। झांकियों में तृतीय स्थान पर दादर, दिव्तीय स्थान डोम्बिवली, प्रथम वाशी रहा। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला के निर्देशन में प्रत्येक शाखा द्वारा प्रदान किया जाने वाला अति विशिष्ट प्रेरणा पुरुस्कार तेरापंथ महिला मंडल मुंबई द्वारा गणगौर स्वीट्स की डायरेक्टर मीनू डाकलिया को प्रदान किया गया।
महाराष्ट्र बीजेपी महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष माधवी नाईक, अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। सभी पदाधिकारियों के साथ मुंबई की 54 शाखाओं की बहने भी उपस्थित थी। मंच का कुशल संचालन सह मंत्री स्वीटी लोढा एवं आशीषा बड़ाला ने किया। आभार ज्ञापन कांदिवली सह संयोजिका संगीता कुमठ ने किया।
मुंबई महिला मंडल ने किया शिखर सम्मेलन ‘स्वयंसिद्धा’ का भव्य आयोजन
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