मुंबई। 25 वर्षों से लगातार प्रेक्षा ध्यान केंद्र चला रहे पारसमलजी दुग्गड़ एवं विमलाजी दुग्गड़ का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है। पिछले दिनों कांदिवली तेरापंथ भवन में आयोजित रजत जयंती समारोह के शुभ अवसर पर युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या साध्वी श्री निर्वाण श्रीजी ठाणा -6 के पावन सानिध्य में विशाल जनभेदिनी के साथ एवं अनेक गणमान्य लोगों की उपस्थिति में पूरे आध्यात्मिक वातावरण में यह कार्यक्रम मनाया गया।
इस अवसर पर युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी ने आध्यात्मिक मंगल कामना का संदेश प्रदान कर प्रेक्षाध्यान केंद्र व दुगड परिवार को आशीर्वाद प्रदान किया। साध्वी प्रमुखा श्री विश्रुत विभाजी जी का पावन संदेश भी इस शुभ अवसर पर प्राप्त हुआ।
25 वर्षों की इस विशेष उपलब्धि के लिए दुगड दम्पति का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ। संस्कार ज्योत महिला मंडल लावा सरदारगढ़ द्वारा दुगड दंपति को सुंदर शील्ड द्धारा सम्मान व अभिनंदन किया गया। इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए प्रेक्षाध्यान के साधक साधिकाओं द्वारा एक बहुत ही सुंदर कलात्मक स्मृति चिन्ह उपहृत किया गया। विश्व रिकार्डस धारी दुगड़ दंपति का एक बार पुनः इस शुभ अवसर पर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज होने पर पूरे समाज व परिवार में खुशियों की लहर छा गई। लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी।
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ दुग्गड़ दंपत्ति का नाम
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श्रीमान पारसमल जी दुग्गड दंपति को हार्दिक शुभकामनाएं बहुत-बहुत बधाई आपने जिस उद्देश्य को लेकर यह काम का बीड़ा उठाया था और आपके द्वारा कृत संकल्प सहित जो कार्य हमेशा करते आए उससे आपको यह सम्मान मिलना तो साधारण बात है फिर भी हर चीज का अपना मूल्य होता है बहुत-बहुत बधाई फिर से आपको आप इसके हकदार थे आप को यह अवार्ड मिला है