नई दिल्ली:पाकिस्तान द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में बस सर्विस को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हमने इसे लेकर पाकिस्तान और चीन की सरकार के सामने विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि तथाकथित ‘चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर’ के तहत पाक अधिकृत कश्मीर में बस सर्विस को लेकर हमने विरोध दर्ज कराया है।
उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार द्वारा चीन और पाकिस्तान के तथाकथित 1963 ‘बाउंड्री अग्रीमेंट’ को कभी भी मान्यता नहीं मिली है। ऐसे में पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा चलाई जाने वाली कोई भी बस सर्विस भारत की संप्रभुता और क्षेत्र का उल्लंघन है।
बता दें कि कुछ दिन पहले खबर आई थी कि चीन और पाकिस्तान पाक अधिकृत कश्मीर में ‘चीन-पाक इकनॉमिक कॉरिडोर’ के तहत बस सर्विस शुरू करने वाले हैं। पाकिस्तान मीडिया के हवाले से यह खबर सामने आई थी। यह बस सर्विस एक प्राइवेट ट्रांसपोर्ट कंपनी द्वारा संचालित किए जाने की भी खबर थी। जिसकी लॉन्चिंग 13 नवंबर को होनी थी। यह बस सर्विस लाहौर से चीन के काशगर तक ऑपरेट होने की खबर थी।
खबर में कहा गया था कि 30 घंटे की इस बस सर्विस का किराया 13 हजार रुपये था, जबकि वापसी में यह किराया 23 हजार रुपये था। खबरें यहां तक थी कि कई लोगों ने इस सर्विस के अडवांस बुकिंग भी कराई थी।
चीन-पाक बस सर्विस पर भारत ने दर्ज कराया विरोध

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