नयी दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के निधन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निश्चित तौर पर अपना एक दिग्गज नेता खो दिया है। भले ही 82 वर्षीय वयोवृद्ध नेता श्री खुराना ने लंबे समय से मुख्यधारा की राजनीति से लगभग दूरी बना ली थी, लेकिन भाजपा के लिए श्री खुराना कितने महत्वपूर्ण थे इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब 1996 में उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से हटाया गया, उसके बाद से पिछले 22 वर्षों के दौरान भाजपा राजधानी में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए जूझती रही है। श्री खुराना काफी समय से बीमार थे और शनिवार की देर रात दिल्ली में उनका निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे।
वर्ष 1993 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने श्री खुराना के नेतृत्व में शानदार जीत हासिल की थी। इसके बाद श्री खुराना तकनीकी रूप से दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री बने थे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1952 में पहली बार दिल्ली विधानसभा का गठन किया गया था लेकिन चार वर्ष बाद ही एक अक्टूबर 1956 को इसे भंग कर दिया गया था। वर्ष में 1993 में संविधान के 69वें संशोधन अधिनियम के तहत दिल्ली में विधानसभा की शक्तियों को दोबारा बहाल किया गया और श्री खुराना को मुख्यमंत्री बनाया गया लेकिन 1996 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव के कार्यकाल के दौरान चर्चित हवाला कांड से जुड़े जैन डेयरी मामले में नाम आने के बाद श्री खुराना को मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा था।
दिवंगत भाजपा नेता के समकालीन रहे लोग बताते हैं कि 26 फरवरी 1996 को श्री खुराना को हटाकर साहिब सिंह वर्मा को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाये जाने के बाद से ही राजधानी में भाजपा की पकड़ कमजोर होती गयी। इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के साथ ही भाजपा की दिल्ली इकाई में पंजाबी समुदाय के लोगों के प्रभुत्व के युग का अंत हो गया। वर्ष 1998 में दिल्ली में सत्ता परिवर्तन हुआ और कांग्रेस नेता शीला दीक्षित मुख्यमंत्री बनीं। शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस ने दिल्ली में 15 वर्षों तक शासन किया। श्री खुराना लंबे समय तक दिल्ली की राजनीति में सक्रिय रहे। वह चार बार विधायक और 1993-1996 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा वर्ष 2004 में कुछ समय तक वह राजस्थान के राज्यपाल भी रहे। वर्ष 2005 में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष लाल कृष्ण आडवाणी से गहरे मतभेदों के कारण श्री खुराना को पार्टी से निष्कासित भी कर दिया गया था।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना का निधन, अंतिम दर्शन करने पहुंचे कई नेता
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