मुंबई। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के नि्र्देशन मे सुंदरी जोन महिला मंडल द्वारा चेम्बूर में अहिंसा प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर ‘बने नारी अहिंसा की सेनानी’ के तहत दो चरणों में कार्यक्रम आयोजित हुए। पहले चरण में भाषण प्रतियोगिता का सुंदर रूप से समायोजन किया गया जिसमें अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की परामर्शक श्रीमती प्रेमलताजी सिसोदिया, तेरापंथ महिला मंडल मुंबई की अध्यक्षा श्रीमती जयश्री बडाला तथा उपाध्यक्ष श्रीमती भाग्यश्री कच्छारा की विशेष उपस्थिति रही। मुख्य वक्ता जैन विद्या आँचलिक संयोजिका श्रीमती ममता सिंघवी और ममता कच्छारा, सुंदरी जोन संयोजिका श्रीमती कल्पना परमार, श्रीमती मधु मेहता, श्रीमती सुमनजी, प्रेक्षाध्यान प्रशिक्षिका श्रीमती मिनाजी साबद्रा थीं।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत नवकार मंत्र द्वारा की गई। चेम्बूर महिला मंडल द्वारा प्रेरणा गीत का संगान किया गया। कुर्ला महिला मंडल द्वारा सुंदरी जोन पर आधारित स्वागत गीतिका गायी। चेम्बूर महिला मंडल संयोजिका अंजू कोठारी ने सभी का स्वागत एवं अभिनंदन किया तथा संचालन सहसंयोजिका जुली परमार ने किया। मुख्य वक्ता ममताजी सिंघवी एवं ममताजी कच्छारा ने अहिंसा विषय पर बहुत सुंदर और रोचक प्रस्तुती दी। प्रेमलताजी सिसोदिया ने गृहस्थी में रहकर छोटी छोटी बातों से हम कैसे हिंसा से बच सकते हैं वह समझाया।
प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में श्रीमती प्रेमलताजी सिसोदिया एवं मधु मेहता को बनाया गया। भाषण प्रतियोगिता में 6 सदस्यों की उपस्थिति रही। सभी ने बड़े उत्साह से भाग लिया। जयश्री वडाला जी ने भी अपने विचार रखे और सभी को जैन स्कॉलर से जुड़ने की सलाह दी। कार्यक्रम में 40 बहनों की सराहनीय उपस्तिथी रही। आभार ज्ञापन चेम्बूर सह संयोजिका उमा मेहता किया।
दूसरे चरण में चेम्बूर की बहनों ने बिना गैस और माइक्रोवेव के मिठाई बनाने की प्रतियोगिता आयोजित की। इसमें 15 बहनों ने भाग लिया। जज की भूमिका श्रीमती ललिता वागरेचा और श्रीमती प्रमिला सोनी थीं। प्रमिला सोनी ने बहनों द्वारा बनाई मिठाई की प्रस्तुति की सजावट देखी और ललिता जी ने मिठाई की पौष्टिकता बताई।
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