नालासोपारा (मुंबई)। तेरापंथ भवन नालासोपारा में संयोजिका आशा धाकड़ की सयोजकीय में एवं सह-संयोजिका रंजना सोलंकी के मार्गदर्शन में महिला मंडल मुंबई के तत्वावधान में बने नारी अहिंसा की सेनानी विषय पर भाषण प्रतियोगिता आ आयोजन किया गया। नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की सुरुवात की गई, महिला मंडल की बहनों द्वारा प्रेरणा गीत का संगान किया गया, उपासिका बहन लक्ष्मी मेहता,प्रेमा धाकड़,मंजू बापना ने कार्यशाला के विषय पर विस्तार से प्रकाश डालते हुवें कहाँ की, व्यक्तित्व विकास में सौंदर्य की प्रतिमूर्ति हैं नारी,सृष्टि और सृजनकर्ता के बीच का सेतु हैं’ सृष्टि’नारी से ही जन्म पाती हैं और नारी, नारी की स्नेहपूर्ण छत्रछाया में ही विकसित होती हैं नारी नारी का अंश हैं सृष्टि,मनुस्मृति में अर्धनारीश्वर की परिकल्पना हैं, जो परिवार और समाज व्यवस्था के संतुलन का मूलाधार हैं, चिरकाल से सिर उठाकर एक नारी मातृत्व सार्थकता का सपना साकार करने की कल्पना संजोकर आगे बढ़ती हैं, पर भ्रूणहत्या जैसा जघन्य अपराध मातृत्व के ललाट पर अमिट कलंक हैं।
पाश्चात्य संस्कृति के कुप्रभाव,क्लबों की हसीन रातें, रेस्तराँ की शाम,फ़ास्ट फ़ूड, टेलिविज़न पर फेशन शो, सह-शिक्षा ऐसों अनेकों बिन्दु भीषण रूप से उभरकर सामने आए हैं जो कारण बनते हैं, भ्रूणहत्या के इतना जघन्य अपराध की सारी नारी जाती की सुंदरता धूमिल हो उठी हैं,अणुव्रत का पहला नियम ही भ्रूणहत्या की रोकथाम हैं, अंत: बुरा समय आने से पहले नारी जाग जाओ,मातृत्व की पहचान से अपने ललाट पर सुंदरता के चार चाँद लगाओ, तुम्हारा नाम हैं ममता के मंगलनीर से नन्हें बिरवे को अभिसिंचित करना, न की कोमल कोंपल को जड़ से उखाड़ फेंकना,केवल बाहरी चकाचौंध में अंधी ना बनो और भीतरी सौंदर्य का विकास करो तुम्हारी सुंदरता का अभिमान ही अणुव्रत हैं.सुरक्षा का इंतज़ाम, आज हम ऐसे दौर में जी रहे हैं जहाँ प्रतिस्पर्धा अधिक हैं साधनहीन और साधन संपन्न लोगों के बीच राजनैतिक बुराइयाँ,टूटते रिश्ते,साम्प्रदायिक झगड़े,हिंसक उद्योगों की बढ़ोतरी, यानी की वर्तमान में हमें ज़रूरत हैं और कहाँ की कैसे हम अपनी जीवनशैली को अहिंसात्मक बनायें। सभी ने ॐ अर्हम की ध्वनि से अभिवादन किया।
भाषण प्रतियोगिता में आशा धाकड़,नीता कोठारी,अंजु छाजेड़,दिव्या बापना एवं कन्या मंडल से दिव्या मेहता ने बनें नारी अहिंसा की सेनानी के ऊपर सहभागिता की और अपने विचारों की सुंदर प्रस्तुति दी, इस अवसर कोषाध्यक्ष रंजना सोलंकी द्वारा आयव्यव का ब्योरा पेश किया जिसका सभी ने ॐ अर्हम की ध्वनि से अभिवादन किया, दीपावली के अवसर पर व्यस्त होने के बावजूद भी महिला मंडल की बहनों की सराहनीय उपस्थिति एवं सहयोग रहा।
नालासोपारा में ‘बने नारी अहिंसा की सेनानी’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन

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