अमृतसर:अमृतसर के जोड़ा फाटक में हुए भीषण रेल हादसे में नया मोड़ आ गया है। दशहरा कमेटी ने दो पत्र जारी किए हैं। पहले पत्र में कमेटी ने पुलिस से सुरक्षा-व्यवस्था की मांग की थी। दूसरा पत्र पुलिस ने आयोजन कमेटी को लिखा, जिसमें दशहरा कार्यक्रम आयोजित करने की मंजूरी दी गई है लेकिन कुछ शर्तो के साथ।पर, आयोजकों ने इन शर्तो का पालन नहीं किया। असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर दलजीत सिंह ने दशहरा कमेटी को दिए जवाब में कहा था कि पुलिस को दशहरा कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर कोई आपत्ति नहीं हैं।
इन दोनों के खत सामने आने के बाद से साफ हो गया है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन को आयोजन की जानकारी थी। शनिवार को अमृतसर पुलिस के डीसीपी अमरीक सिंह ने भी माना कि आयोजन के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी किया गया था, लेकिन आयोजकों ने नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनुमति नहीं ली थी।
पुलिस ने इन शर्तो पर दी थी अनुमति
-लाउड स्पीकर लगाने के मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
-नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनुमति लेनी होगी।
-आयोजन के कारण शहर के ट्रैफिक में किसी तरह की बाधा नहीं पहुंचनी चाहिए।
-कोई भी व्यक्ति आयोजन स्थल पर हथियार नहीं ले जा सकेगा।
हमने की थी सुरक्षा की मांग: आयोजक
कांग्रेस पार्षद विजय मदान के बेटे व आयोजक सौरभ मदान ने कहा कि हमने 19 अक्टूबर के आयोजन के लिए पुलिस से अनुमति ली थी। हमने कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डाक्टर नवजोत कौर सिद्धू के बतौर मुख्य अतिथि आने की जानकारी भी दी थी। इसके लिए सुरक्षा की मांग की थी।
शर्ते पूरी न करने पर नहीं हो सकता आयोजन: पुलिस
अमृतसर पुलिस के डीसीपी अमरीक सिंह ने कहा कि आयोजकों को जरूरी एनओसी लेने व शर्ते पूरी करने को कहा गया था। इसके बिना आयोजन नहीं हो सकता था।
हमसे नहीं ली गई अनुमति: निगम कमिश्नर
अमृतसर नगर निगम कमिश्नर सोनाली गिरी ने फिर दोहराया कि उनसे धोबीघाट में आयोजन के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। हमें आयोजन की जानकारी नहीं थी।
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