मुंबई। मुंबई कांग्रेस भले ही बुरे दौर से गुजर रही है लेकिन इसके नेताओं पर पार्टी के नाम पर वसूली की बीमारी पीछा नहीं छोड़ रही है। इस बार मुंबई कांग्रेस के ऑल इंडिया अनऑर्गनाइज वर्कर्स कांग्रेस के आरटीआई सेल के अध्यक्ष एड. शान ए इलाही ने पैसे मांगने का आरोप इसी विभाग के अध्यक्ष जनार्दन सिंह पर लगाकर सबको सकते में डाल दिया है। इलाही ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम सहित राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भी ट्वीट करके जानकारी दे दी है। बता दें कि इसी तरह के आरोप जनार्दन सिंह पर पहले भी लग चुके हैं और इस खबर को मुंबई से प्रकाशित एक प्रमुख अखबार ने फ्रंट पेज पर भी छापा था लेकिन अबतक निरुपम उन्हें न तो हटा सके हैं और न ही कोई कड़ी कार्रवाई कर सके हैं। हालांकि जनार्दन सिंह पैसे मांगने के आरोपों का खंडन कर चुके हैं लेकिन बार-बार पैसे मांगने के आरोप को पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी भी नहीं पचा पा रहे हैं।
इलाही ने बताया कि उन्हें दो महीने पहले सिंह ने आरटीआई सेल का अध्यक्ष बनाया था। उन्हें इस आशय का पत्र भी दिया गया लेकिन बाद में उनसे 5 लाख रुपए की मांग की गई जिसे इलाही ने मना कर दिया। उन्होंने बताया कि पैसे न देने से बौखलाए सिंह ने उन्हें फेसबुक में मैसेज डाल कर पद से हटाए जाने की जानकारी वायरल कर दी जोकि पार्टी के नियमों के खिलाफ है। इलाही ने कहा कि वे राहुल गांधी और कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं जहां पैसे लेकर पद नहीं दिए जाते। ऐसे में जनार्दन सिंह पर इलाही के लगाए गए आरोप कांग्रेस के भ्रष्टाचार विरोधी होने की कलई खोलते हैं।
बता दें कि राहुल गांधी के निर्देश पर कांग्रेस पार्टी में ऑल इंडिया अनआर्गनाइज्ड वर्कर्स कांग्रेस का गठन किया गया है। जनार्दन सिंह को मुंबई अध्यक्ष बनाया गया है। जानकारी के अनुसार जनार्दन सिंह की धन वसूली की शिकायतों के बाद निरुपम ने मुंबई कांग्रेस में सचिव स्तर पर जांच भी कराई है जिसमें कई आरोपो की पुष्टि हुई है। ऐसे में निरुपम का जनार्दन सिंह के खिलाफ कार्रवाई न करना समझ से परे है। बहरहाल, यदि पैसे लेकर पद देने की प्रथा बंद नहीं हुई तो कांग्रेस को आने वाले दिनों में बुरे दिन देखने पड़ सकते हैं।