नई दिल्ली:ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने के बाद कच्चे तेल के आयात में कमी आती है, तो भारत ने उससे निपटने की तैयारी कर ली है। ईरान से तेल के आयात में कमी को सऊदी अरब और इराक से पूरा किया जाएगा। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके लिए सऊदी अरब और इराक की कंपनियों के साथ पर्याप्त समझौते किए जा चुके हैं।
नवंबर में ईरान पर लागू होंगे अमेरिकी प्रतिबंध
नवंबर के पहले सप्ताह में ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होंगे। भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है। इसमें ईरान की हिस्सेदारी सऊदी और इराक के बाद तीसरे नंबर पर है। भारत ने ईरान से 2017-18 में 226 लाख टन कच्चा तेल खरीदा था। मौजूदा वित्त वर्ष में सरकार ने करीब 250 लाख टन कच्चा तेल खरीदने का समझौता किया है।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अक्तूबर के आखिर तक ईरान से तेल आयात करने में कोई दिक्कत नहीं है। समस्या वित्त वर्ष के आखिरी पांच महीने में होगी। इस आयात की भरपाई सऊदी अरब और इराक से की जाएगी।
ईरान संकट से मिलेगी निजात
इंडियन ऑयल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हर साल जब हम आपूर्तिकर्ता के साथ सौदा करते हैं, तो उसमें अतिरिक्त सौदे भी होते हैं। यह अचानक आई दिक्कत से निपटने के लिए किया जाता है। ऐसे में ईरान संकट आने पर इन समझौतों से समस्या दूर कर ली जाएगी। नए वित्त वर्ष के लिए अपनी जरूरत के हिसाब से अन्य देशों के साथ समझौते किए जाएंगे। हालांकि, भारत साफ कर चुका है कि वह ईरान से कच्चा तेल खरीदना बंद नहीं करेगा। मंगलोर रिफाइनरी ने पहले ही ईरान से 12.5 लाख टन तेल खरीदने का समझौता किया है। प्रतिबंधों को देखते हुए इस विकल्प पर विचार किया जा रहा है कि ईरान को रुपये में भुगतान किया जाए।
सऊदी उत्पादन बढ़ाएगा
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ मुलाकात के बाद सऊदी के पेट्रोलियम मंत्री खालिद अल फालिह ने सोमवार को कहा कि उनका देश नवंबर में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, ‘रणनीतिक साझेदार के रूप में हम भारत की तेल की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ सऊदी के पास रोजाना 120 लाख बैरल तेल उत्पादन की क्षमता है और वर्तमान में वह 107 लाख बैरल का उत्पादन करता है।
कीमतों पर मोदी का मंथन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेट्रोल-डीजल के दाम में रोजाना वृद्धि के मद्देनजर सोमवार को तेल कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात की। इसमें भारत के अलावा विश्व की प्रमुख तेल व गैस कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शामिल हुए।
दिल्ली में कटौती हुई बेअसर
केंद्र और तेल कंपनियों ने बीते दिनों पेट्रोल-डीजल के दाम में 2.50 रुपये की कटौती की थी। लेकिन लगातार कीमतें बढ़ने से सोमवार को डीजल में यह कटौती बेअसर हो गई। दिल्ली में सोमवार को डीजल 75.46 रुपये जबकि पेट्रोल 82.72 रुपये प्रति लीटर हो गया। कटौती से पहले डीजल 75.45 रुपये प्रति लीटर था जबकि पेट्रोल 81.50 रुपये था।
पेट्रोल पंप 22 को बंद रहेंगे
दिल्ली में 22-23 अक्तूबर के बीच पेट्रोल-सीएनजी पंप 24 घंटे के लिए बंद रहेंगे। वैट कम न करने के फैसले के खिलाफ पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने यह बंद बुलाया है।
सऊदी और ईराक आए भारत के साथ, कम हो सकती है तेल की बढ़ती मुसीबत

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