नई दिल्ली:नवंबर, दिसंबर में होने वाले मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के चलते संसद का शीतकालीन सत्र टल सकता है। इस मामले से जानकार एक व्यक्ति ने यह जानकारी सोमवार को दी।
संसद का शीतकालीन सत्र दिसंबर महीने में हो सकता है। यह दूसरा साल होगा जब शतकालीन सत्र दिसंबर में होगा। आमतौर पर हर साल नवंबर में शीतकालीन सत्र शुरू होता है। लेकिन पिछले साल गुजरात चुनाव की वजह से दिसंबर में शुरू हुआ था।
राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीपीए) अगले सप्ताह इसपर कोई फैसला ले सकती है। नाम न बताने की शर्त पर संसद से जुड़े एक शख्स ने बताया कि शीतकालीन सत्र और चुनाव के एक साथ होने से बचने के लिए संभव है कि सत्र को टाल दिया जाए। वहीं, संसद मामलों के मंत्री के कार्यालय ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
शख्स ने बताया कि जब पिछले साल हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव होने थे, तब भी शीतकालीन सत्र को टालने का फैसला लिया गया था। ऐसा इसलिए फैसला लिया गया था, जिससे सभी पार्टिंया कैंपेन पर फोकस कर सकें।
बीजेपी और कांग्रेस दोनों के सदस्यों ने कहा कि मतदान की तारीखों के बाद शीतकालीन सत्र को कराने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। संभावना है कि शीतकालीन सत्र में विपक्षी दल राफेल सौदा, किसानों के प्रदर्शन, कीमतों में बढ़ोतरी आदि जैसे अहम मुद्दों को उठा सकते हैं।
बता दें कि मध्य प्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को मतदान होने हैं। इसके अलावा 12 और 20 नवंबर को छत्तीसगढ़ में दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। तेलंगाना और राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 7 दिसंबर को होगी। सभी पांचों राज्यों के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।
5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के चलते टल सकता है संसद का शीतकालीन सत्र
Leave a comment
Leave a comment