हैदराबाद: भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट में धातक गेंदबाजी करते 10 विकेट झटके। पहली पारी में उन्होंने 88 रन देकर 6 विकेट झटके थे, जो उनके टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी है, जबकि दूसरी पारी में 45 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए। इस तरह उन्होंने टेस्ट करियर में पहली बार किसी मैच में 10 विकेट झटकने का कारनामा किया है। उनकी घातक बोलिंग की बदौलत ही वेस्ट इंडीज टीम की दूसरी पारी 127 रनों पर सिमट गई और भारत को 72 रनों का आसान लक्ष्य मिला।
एक टेस्ट में 10 या इससे अधिक विकेट झटकने वाले वह भारत के 8वें तेज गेंदबाज बने। उनसे पहले कपिल देव और इरफान पठान ने दो-दो बार ऐसा किया था, जबकि चेतन शर्मा, वेंकटेश प्रसाद, जवागल श्रीनाथ, इशांत शर्मा और जहीर खान ने एक-एक बार टेस्ट मैच में 10 विकेट झटके थे। दूसरी ओर, यह चौथा मौका जब किसी भारतीय तेज गेंदबाज ने घरेलू मैदान पर 10 विकेट झटके। उनसे पहले कपिल देव ने दो बार, जबकि श्रीनाथ ने एक बार ऐसा किया था।
उमेश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
इससे पहले उमेश यादव ने हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में 6 विकेट लिए थे। उन्होंने 88 रन दिए। टेस्ट क्रिकेट में पहला मौका था जब यादव ने पारी में छह विकेट लिए हों। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 93 रन देकर पांच विकेट था जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में जनवरी 2012 में किया था। पिछले 30 साल में यह सिर्फ छठा मौका था जब किसी भारतीय तेज गेंदबाज ने घरेलू मैदानों पर पारी में छह विकेट लिए हों।
18 साल में ऐसा करने वाले पहले बोलर
इससे पहले तीन बार जवागल श्रीनाथ और दो बार वेंकटेश प्रसाद ने एक पारी में 6 विकेट लिए थे उपलब्धि हासिल की है। बीते 18 साल में तो वह ऐसा करने वाले वह पहले तेज गेंदबाज हैं। आखिरी बार जवागल श्रीनाथ ने 1999-2000 सीरीज में न्यू जीलैंड के खिलाफ मोहाली टेस्ट में यह कारनामा किया था। वहीं एक बार पाकिस्तान और एक बार साउथ अफ्रीका के खिलाफ पारी में छह विकेट लिए थे।
उमेश यादव ने दिखाया ’10 का दम’
Leave a comment
Leave a comment