मुरैना: जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती चार दिन की नवजात बालिका की हत्या के मामले में दादी व माता–पिता पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। मां ने दूध पिलाने के बाद नवजात को सास को सौंपा। लाड करने के बहाने दादी ने ही चार दिन की नवजात का गला घोंट दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने के बाद कोतवाली थाने में गुरवार शाम मृत नवजात की मां, पिता एवं दादी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया। तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।
मुरैना जिले की सबलगढ़ तहसील के बावड़ीपुरा गांव में रहने वाली अंजू पत्नी शैलेंद्र रावत ने शादी के चार साल बाद बालिका को जन्म दिया था। कमजोर और बीमार बालिका को जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया था। बुधवार दोपहर करीब 12:30 बजे एसएनसीयू स्टाफ ने नवजात बालिका को मां का दूध पिलाने के लिए उसके पिता शैलेंद्र रावत और मां अंजू रावत को सौंप दिया। करीब आधा घंटे बाद भी जब माता-पिता नवजात को वापस लेकर एसएनसी में नहीं पहुंचे तो एसएनसीयू कॉल सेंटर से नवजात के पिता शैलेंद्र रावत को फोन लगाया गया। शैलेंद्र ने बताया कि बच्ची की तो मौत हो चुकी है। इसके बाद जब नवजात बालिका को वापस एसएनसीयू वार्ड में लाया गया तब उसके मुंह और नाक से खून निकल रहा था। डॉक्टरों ने पहली नजर में ही इसे हत्या माना।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नवजात का गला, मुंह और नाक दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने शैलेन्द्र, अंजू रावत व नवजात की दादी रूमाली बाई को गिरफ्त में ले लिया। करीब 24 घंटे तक तीनों ने पुलिस को सच्चाई नहीं बताई। डॉक्टरों का शक बालिका के पिता शैलेन्द्र रावत पर गया था, लेकिन पूछताछ में सामने आया कि मां अंजू ने दूध पिलाने के बाद नवजात को अपनी सास रूमाली बाई को सौंप दिया था। सास ने गोद में बच्ची को इस तरह रखा, जिससे किसी को शक न हो। गोद में रखे-रखे ही उसने हाथ से बच्ची का मुंह, नाक और गला दबाकर जान ले ली। पुलिस ने तीनों के खिलाफ हत्या, षषड्यंत्र की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया।
मां बोली, साफ करते समय जोर से दब गया मुंह
घटना के 30 घंटे बाद तक नवजात की मां अंजू अपनी सास का बचाव करती नजर आई। अंजू ने पुलिस को बताया कि दूध पिलाने के बाद सास अपनी साड़ के पल्लू से नवजात का मुंह साफ कर रही थीं। इसी दौरान थोड़े जोर से मुंह दब गया और उसके बाद नाक से खून आने लगा। यह तथ्य पुलिस ने इसलिए खारिज कर दिया, क्योंकि नवजात के गले पर अंगुलियों के निशान और पीएम रिपोर्ट में भी गला घोटने की पुष्टि हुई है।
मुरैना कोतवाली के टीआइ अजय चानना का कहना है कि दूध पिलाने के बाद मां अंजू ने नवजात को अपनी सास रूमाली बाई को दिया था। नवजात के पिता, माता और दादी पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। यह पूरी घटना बेटे की चाह और बालिका के कमजोर–बीमार होने के कारण की गई लगती है।