नई दिल्ली:असम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ ने बुधवार को कहा कि दोनों पक्षों के बीच तनाव कम करने के लिए जल्द ही असम-मिजोरम सीमा पर केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात किया जा सकता है। पिछले महीने से 164 किलोमीटर सीमा के साथ क्षेत्र तनाव में है। हिंसा की घटनाओं को लेकर दोनों राज्यों के संबंध तनावपूर्ण है, हिसंक घटनाओं में दोनों राज्यों के सैनिकों घायल हुए थे।
असम के अनुसार, मिजोरम के सुरक्षाकर्मियों ने इसके क्षेत्र के कुछ हिस्सों का अतिक्रमण किया है, जबकि दूसरे बताते हैं कि यह क्षेत्र उन्हीं का है। असम सरकार के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ ने कहा, “भारत सरकार ने संकेत दिया है कि कुछ बलों को उपलब्ध कराया जाएगा … मुझे लगता है कि दोनों तरफ से शांति होगी।”
असम और मिजोरम के लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प हो गई थी जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद दोनों राज्यों की सीमा पर तनाव की स्थिति है। हिंसा के दौरान झोपडियों और दुकानों को आग लगा दी गई थी। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को पूरे मामले से प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय को अवगत कराया था।
बताया जा रहा है फिलहाल हालात नियंत्रण में है। हिंसा प्रभावित क्षेत्र में मिजोरम का वैरेंगते गांव और असम का लैलापुर शामिल है। मिजोरम सरकार ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय रिजर्व वाहिनी को तैनात किया है। इस मामले के समाधान के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में दोनों राज्यों के साथ सोमवार को एक बैठक होगी। मिजोरम के गृह मंत्री लालचामलियान ने बताया कि बैठक में दोनों राज्यों के मुख्य सचिव शामिल रहेंगे।
मुख्यमंत्री सोनोवाल ने फोन पर मिजोरम के मुख्यमंत्री से बातचीत करके मामले के सौहार्दपूर्ण समाधान पर जोर दिया। मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने भी सोनोवाल को शांति बहाल करने का आश्वासन दिया। जोरमथंगा ने कैबिनेट बैठक करके सीमा विवाद पर विचार विमर्श किया।