अहमदाबाद। उत्तर गुजरात में एक मासूम बालिका से दुष्कर्म के बाद राज्य के कई इलाकों में उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों पर हमले हो रहे हैं। उसके बाद से भयभीत होकर अन्य राज्यों के लगभग 20 हजार लोगों के पलायन का दावा किया जा रहा है। जबकि राज्य के पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने कहा कि हिंसक घटनाओं से निपटने के लिए पुलिस ने एक्शन प्लान बनाया है। एसआरपी की 17 कंपनियां संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात की गई है। उनका दावा है कि अफवाह फैलाने वालों की पहचान कर ली गई है।गुजरात में बीते एक सप्ताह से अन्य प्रांत के लोगों पर हमले हो रहे हैं। ठाकोर सेना नामक सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता साबरकांठा, मेहसाणा, गांधीनगर, अहमदाबाद सहित कई इलाकों में बसे उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को निशाना बना रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक औद्योगिक इकाइयों व फैक्टि्रयों में काम कर रहे श्रमिकों के साथ भी ठाकोर सेना ने मारपीट की है। इसके बाद से गुजरात के कई शहरों से अन्य राज्यों के लोग पलायन करने लगे हैं। अब तक सैकड़ों परिवार गुजरात छोड़कर जा चुके हैं।
शिवानंद झा ने बताया कि पुलिस ने अब तक 42 मामले दर्ज कर 342 आरोपितों को पकड़ा है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलानेवालों की पहचान कर ली गई है। राज्य की शांति व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर निगरानी की जा रही है। अफवाह फैलाने के दो मामले दर्ज किए हैं। उधर, ठाकोर सेना के प्रमुख अल्पेश ठाकोर ने कहा कि सरकार व पुलिस ठाकोर सेना को बदनाम कर रही है। वह ठाकोर सेना को तोड़ना चाहती है। विधायक ठाकोर ने घोषणा की कि इन हमलों के मद्देनजर उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज किये गये झूठे मामलों को यदि सरकार ने वापस नहीं लिया तो वह 11 अक्टूबर से ‘सद्भावना’ उपवास करेंगे।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मसले को लेकर गुजरात के सीएम विजय रुपाणी से बातचीत की है। नीतीश ने कहा ‘मैंने रविवार को गुजरात के मुख्यमंत्री से बात की है। हम उनके संपर्क में हैं। वे लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। जिन लोगों ने अपराध किया है इनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।’
28 सितम्बर को एक बच्ची के साथ कथित रूप से दुष्कर्म करने के लिए बिहार के एक निवासी को गिरफ्तार किये जाने के बाद गैर-गुजरातियों को निशाना बनाया गया और सोशल मीडिया पर घृणा संदेश फैलाये गये। इस घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में गैर- गुजरातियों, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले लोगों को राज्य छोड़ने का फरमान जारी किया गया।
पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने पत्रकारों को बताया कि मुख्य रूप से छह जिले (हिंसा से) प्रभावित हुए हैं।मेहसाणा और साबरकांठा सबसे अधिक प्रभावित हुए है। इन जिलों में, 42 मामलें दर्ज किये गये है और अब तक 342 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच के दौरान आरोपियों के नाम सामने आने के बाद और लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा। डीजीपी ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राज्य रिजर्व पुलिस (सीआरपी) की 17 कंपनियों को तैनात किया गया है।
डीजीपी ने कहा कि गैर-गुजराती के निवास क्षेत्रों और उन कारखानों में जहां वे काम करते हैं, वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने इन इलाकों में गश्त भी बढ़ा दी है।डीजीपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के लिए दो मामले दर्ज किये गये हैं। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक प्रभावित जिले गांधीनगर में पुलिस अधिकारियों को शिविरों का आयोजन करने और स्थानीय नेताओं के साथ संवाद करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल और वाहन उपलब्ध कराये गये है।
गुजरात में यूपी-बिहार के लोगों पर हमले के बाद 20 हजार लोगों का पलायन

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